छत्तीसगढ़: पत्रकार की हत्या के मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित |

छत्तीसगढ़: पत्रकार की हत्या के मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित

छत्तीसगढ़: पत्रकार की हत्या के मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित

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Modified Date: January 4, 2025 / 07:09 PM IST
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Published Date: January 4, 2025 7:09 pm IST

रायपुर, चार जनवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शनिवार को कहा कि बीजापुर जिले में पत्रकार की हत्या का आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर कांग्रेस नेता है तथा राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

शर्मा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर अभी फरार है।

पत्रकार मुकेश चंद्राकर (33) का शव शुक्रवार को बीजापुर शहर में सुरेश चंद्राकर के परिसर के एक सेप्टिक टैंक में मिला था। मुकेश चंद्राकर एक जनवरी की रात से लापता थे।

पत्रकार की निर्मम हत्या की इस घटना को क्रूर बताते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुकेश चंद्राकर माओवाद प्रभावित क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में अपनी रिपोर्टिंग और मुद्दों की समझ के लिए जाने जाते थे।

शर्मा ने कहा, ‘‘मामले का मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर जिले में कांग्रेस नेता और पार्टी का पदाधिकारी है। वह फरार है और उसे पकड़ने के लिए चार टीम गठित की गई हैं।’’

उन्होंने कहा कि मामले में तीन आरोपियों रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर (सुरेश चंद्राकर के रिश्तेदार) और पर्यवेक्षक महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया गया है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की जांच के लिए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी मयंक गुर्जर की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस ने सुरेश चंद्राकर और अन्य आरोपियों के बैंक खातों में लेन-देन को रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक सुरेश चंद्राकर के तीन बैंक खातों में लेनदेन रोक दिया गया है।’’

शर्मा ने कहा कि इसके अलावा प्रशासन ने सुरेश चंद्राकर की अवैध संपत्तियों और अतिक्रमणों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है।

अधिकारियों ने बताया कि सुरेश द्वारा बीजापुर-गंगालूर मार्ग पर वन भूमि पर अतिक्रमण करके बनाए गए निर्माण सामग्री यार्ड को बुलडोजर से गिराया जा चुका है।

शर्मा ने कहा कि पुलिस अपनी जांच पूरी कर तीन से चार सप्ताह के भीतर अदालत में आरोप-पत्र दाखिल करेगी और अदालत से मामले में शीघ्र सुनवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध करेगी।

उन्होंने कहा कि बीजापुर में सड़क निर्माण कार्य में कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली खबर पिछले साल 25 दिसंबर को ‘एनडीटीवी’ में प्रसारित हुई थी और उसी दिन लोक निर्माण विभाग द्वारा इसकी जांच के आदेश दिए गए थे।

इसी खबर को मुकेश की हत्या की वजह बताया जा रहा है।

मुकेश चंद्राकर एनडीटीवी सहित अन्य समाचार चैनलों के लिए एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते थे तथा एक यूट्यूब चैनल ‘बस्तर जंक्शन’ भी चलाते थे, जिसके लगभग 1.59 लाख सब्सक्राइबर हैं।

उन्होंने अप्रैल 2021 में बीजापुर में टेकलगुडा नक्सली हमले के बाद माओवादियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को रिहा कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस घटना में 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुकेश चंद्राकर एक जनवरी की रात को लापता हो गए थे और उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने अगले दिन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

उन्होंने बताया कि मुकेश के मोबाइल नंबर के तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि मुकेश चंद्राकर ठेकेदार के परिसर में मौजूद थे। पुलिस ने शुक्रवार को चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में सेप्टिक टैंक से मुकेश चंद्राकर का शव बरामद किया।

भाषा सं संजीव खारी

खारी

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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