रायपुर, 22 मार्च (भाषा) छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ((एसीबी) और आर्थिक अपराध अन्वेषण (ईओडब्ल्यू) ने वर्ष 2023 में चिकित्सा उपकरणों और रसायनों की खरीद में कथित अनियमितताओं के लिए पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया। एक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी।
एजेंसी के मुताबिक, इस वित्तीय अनियमितता के कारण राज्य के खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार अधिकारियों की पहचान बसंत कुमार कौशिक, छिरोद रौतिया, कमलकांत पाटनवार, डॉ. अनिल परसाई और दीपक कुमार बांधे के रूप में हुई है, जो उस समय ‘छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड’ (सीजीएमएससीएल) में तैनात थे।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों को कथित घोटाले से संबंधित पूछताछ के बाद शुक्रवार रात को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों को तत्कालीन भारतीय दंड विधान और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को शनिवार को एसीबी/ईओडब्ल्यू की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से पांचों को 28 मार्च तक एसीबी की हिरासत में भेज दिया गया।
एसीबी ने मामले के संबंध में हरियाणा, छत्तीसगढ़ के रायपुर और दुर्ग जिलों में एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी के बाद मोक्षित कॉरपोरेशन के निदेशक शशांक चोपड़ा को 29 जनवरी को गिरफ्तार किया था।
चोपड़ा फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
बयान के मुताबिक, कथित घोटाले में स्वास्थ्य केंद्रों में वस्तुओं की आवश्यकता और उपलब्धता सुनिश्चित किए बिना रसायनों और उपकरणों की खरीदी की गई।
भाषा संजीव जितेंद्र
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