छत्तीसगढ़: अजीत जोगी द्वारा स्थापित पार्टी का चुनावी हार के एक साल बाद कांग्रेस में विलय का प्रयास |

छत्तीसगढ़: अजीत जोगी द्वारा स्थापित पार्टी का चुनावी हार के एक साल बाद कांग्रेस में विलय का प्रयास

छत्तीसगढ़: अजीत जोगी द्वारा स्थापित पार्टी का चुनावी हार के एक साल बाद कांग्रेस में विलय का प्रयास

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Modified Date: December 20, 2024 / 12:33 AM IST
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Published Date: December 20, 2024 12:33 am IST

रायपुर, 19 दिसंबर (भाषा) जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य में अपनी पार्टी को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के साथ विलय करने का आग्रह किया है।

आठ साल पहले अजीत जोगी द्वारा गठित क्षेत्रीय पार्टी ने कहा कि वह कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखती है।

रेणु जोगी ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से अनुरोध किया है कि वह जेसीसी (जे) का विलय कांग्रेस में कर दें और हमारे पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कर लें।’’

रेणु जोगी और उनके बेटे व जेसीसी (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित ने बैज को लिखे गए पत्र में कहा है, ‘‘छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी द्वारा गठित की गई राज्य की एकमात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टी ‘जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)’ कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करती है। हमारी पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से पार्टी का कांग्रेस में विलय करने और राज्य कांग्रेस इकाई में शामिल होने का फैसला किया है।’’

छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होने के बाद जून 2016 में जेसीसी (जे) की स्थापना की थी, जिसे जोगी कांग्रेस के नाम से भी जाना जाता है।

पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में जेसीसी (जे) ने अकेले चुनाव लड़ा और एक भी सीट नहीं जीत सकी।

भाषा यासिर वैभव

वैभव

 

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