रायपुर, 31 अगस्त (भाषा) आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता चंद्रशेखर आजाद ने शनिवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में जाति आधारित जनगणना कराई जानी चाहिए और राज्य में अनुसूचित जाति के लिए 16 प्रतिशत आरक्षण बहाल किया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के नगीना से सांसद आजाद यहां साइंस कॉलेज मैदान में भीम आर्मी भारत एकता मिशन छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित ‘सामाजिक न्याय यात्रा’ रैली को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जातियों को (सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में) 16 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा था, जिसे जाति जनगणना कराए बिना (2012 में जब भाजपा सत्ता में थी) घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया। राज्य सरकार को जाति जनगणना करानी चाहिए और जनसंख्या के आधार पर 16 प्रतिशत कोटा बहाल करना चाहिए।’’
चंद्रशेखर आजाद ने यह भी कहा कि 10 जून को हुई आगजनी और हिंसा तथा 15 और 16 मई की मध्य रात्रि में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा के पास सतनामी समुदाय द्वारा पूजे जाने वाले पवित्र प्रतीक ‘जैतखाम’ या ‘विजय स्तंभ’ पर तोड़फोड़ की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराई जानी चाहिए।
दस जून को, धार्मिक संरचना के ‘‘अपमान’’ के खिलाफ सतनामी समुदाय द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने बलौदाबाजार शहर में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के कार्यालयों वाले एक सरकारी भवन और 150 से अधिक वाहनों में आग लगा दी थी।
आजाद ने बलौदाबाजार आगजनी की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों की बिना शर्त रिहाई की भी मांग की और कहा कि ‘सतनाम’ के सम्मान के लिए लड़ने वालों को राज्य की विष्णुदेव साय सरकार ने एक ‘‘साजिश’’ के तहत गिरफ्तार किया है।
भाषा शफीक माधव
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