नारायणपुर: CG Naxal News Today बस्तर में माओवाद को खत्म करने के लिए जवान लगातार जंगलों में घूम रहे हैं और लगातार सफलता भी मिल रहा है। वहीं माओवादी लगातार मिल रहे नुकसान से बौखलाए हुए हैं और हमेशा ये रणनीति बनाने के की फिराक में रहते हैं कि जवानों को कैसे नुकसान पहुंचाया जाए। कुछ जगहों पर नक्सली ये कोशिश कर रहे हैं कि जवानों के साथ मुठभेड़ हो सके या जवानों को नुकसान पहुंच सके। लेकिन इसके बाद भी वो सफल नहीं हो पा रहे हैं। इसी एक बार फिर से नक्सली और जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई। जिसमें चार नक्सली को ढेर कर दिया है। साथ ही एक जवान भी शहीद हो गए हैं।
CG Naxal News Today मिली जानकारी के अनुसार, घटन अबूझमाड़ जंगल की है। बताया जा रहा है कि अबूझमाड़ के जंगलों में कल देर रात से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। जिसमें 4 जिलों की पुलिस जॉइंट ऑपरेशन कर रही है। बताया गया कि, दोनों तरफ से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। जिसमें जवानों ने चार नक्सलियों को ढेर कर दिया है। साथ ही एक जवान भी इस मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं। जवानों ने एक ak-47 एसएलआर और 315 बोर की बंदूक बरामद की है।
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर आए हुए थे। इस दौरान मंत्री शाह ने 7 राज्यों के अफसरों के साथ बैठक की। जिसमें नक्सलियों के खात्म का रणनीति बनाई। जिसके बाद अब नक्सली बौखला गए हैं। वहीं दूसरी ओर कई नक्सली लाल आतंक को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं।
जी हां, अबूझमाड़ जंगल में हुई मुठभेड़ में चार नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है। इसके अलावा, जवानों ने उनकी बंदूकें भी बरामद की हैं। इस मुठभेड़ में एक जवान भी शहीद हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ में चलाए जा रहे सुरक्षा अभियानों के कारण नक्सली लगातार कमजोर हो रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बाद से, कई नक्सली अब आत्मसमर्पण कर रहे हैं और माओवादी आंदोलन से बाहर हो रहे हैं। हालांकि, माओवादियों की रणनीतियाँ अभी भी सुरक्षा बलों के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई हैं।
नक्सल समस्या एक जटिल मुद्दा है, और इसमें समय लग सकता है। हालांकि, सुरक्षा बलों के लगातार प्रयासों और सरकार की रणनीतियों के कारण स्थिति में सुधार हो रहा है, लेकिन नक्सलियों के खिलाफ पूर्ण रूप से विजय प्राप्त करने के लिए और भी समय लग सकता है।
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा जॉइंट ऑपरेशन, गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई, और माओवादी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए रणनीतिक रूप से बनाई गई योजनाओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।