Reported By: Mohan Patel
,बेमेतरा: CG Bemetara News स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है और शिक्षक को हमारे देश में भगवान का दर्जा दिया जाता है, लेकिन कुछ शिक्षक शिक्षा के मंदिर में ही गलत काम करते हैं। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले से सामने आया है। यहां के एक स्कूल की प्रधानपाठिका बच्चों से मोबाइल पर वीडियो बनवाती है। इतना ही नहीं उनसे कई और अन्य व्यक्तिगत कार्य भी करवाते हैं। परिजनों ने इसका विरोध जताया तो भी उन पर कोई असर नहीं हुआ। परेशान होकर बच्चे 22 किलोमीटर की दूरी तय कर कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर से रोते हुए प्रधानपाठिक की शिकायत की।
CG Bemetara News मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला बेमेतरा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम भनसूली का है। कुमारी वर्मा नाम की महिला शिक्षिका प्राथमिक शाला भनसूली में बतौर प्रधानपाठक के रूप में कार्यरत है। 15 सालों से एक ही जगह पर में प्रधानपाठिक कुमारी वर्मा के हौसलें इतने बुलंद हैं कि वो बच्चों से मोबाइल पर बच्चों से वीडियो बनवाती है। इतना नहीं बच्चे मना करते हैं तो उन्हें टीसी काटने की धमकी भी देती है। कलेक्ट्रेट पहुंचे बच्चों का आरोप है कि प्रधानपाठिका उनसे रील बनवाती है। साड़ी पहनाने, लिपिस्टिक लगवाने के अलावा बालो पर कंघी भी करवाती है। यहां तक स्कूली बच्चों को गंदी-गंदी गालियां भी देती है। स्कूली बच्चों ने रोते-रोते अपनी पीड़ा बताते-बताते हुए कहा प्रधानपाठिका के हौसलें इतने बुलंद है कि हम लोग स्कूल आने वाले थे तो मैम बहुत गंदी-गंदी गालियां दे रही थी। धमकी दे रही थीं कि, तम्हारे हाथ-पैर तोड़ देंगे। हमारे स्कूल में शौचालय भी नहीं बनाया गया है। पीरियड्स में हमें बहुत समस्या होती है।
बता दें कि इस शिक्षिका के ऊपर लगभग 7 से 8 साल पहले भी गंभीर आरोप लगे थे। उन्होंने एक स्कूल की बच्ची के सिर मुंडवा दिए थे, जिसको लेकर गांव में बहुत बवाल हुआ था, लेकिन जांच के बाद किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बेमेतरा जिले के एक स्कूल की प्रधानपाठिका पर बच्चों से मोबाइल पर वीडियो बनवाने, उन्हें शारीरिक और मानसिक यातनाएं देने जैसे गंभीर आरोप हैं। बच्चों से साड़ी पहनाने, लिपिस्टिक लगाने और गंदी गालियां देने का भी आरोप है।
बच्चों ने प्रधानपाठिका द्वारा की जा रही प्रताड़ना से तंग आकर 22 किलोमीटर की दूरी तय कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत की।
जी हां, करीब 7-8 साल पहले भी इस प्रधानपाठिका पर गंभीर आरोप लगे थे। उस समय उन्होंने एक स्कूल की बच्ची का सिर मुंडवाया था, लेकिन जांच के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
इस मामले की जांच जारी है, लेकिन अब तक प्रधानपाठिका के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई है।
बच्चों का कहना है कि स्कूल में शौचालय नहीं है और उन्हें पीरियड्स के दौरान काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।