(रिपोर्टः स्टार जैन) रायपुरः आने वाले साल 2023 और 24 चुनावी साल हैं…ऐसे में भाजपा ने प्रदेश के युवाओं के करीब जाने के लिए एक नया प्लान बनाया है। पार्टी की यूथ विंग यानि भाययुमों के जरिए पार्टी, यूथ कनेक्ट बनाने के लिए बेरोजगारी टेंट लगाएगी और कांग्रेस को उसका जनघोषणा पत्र में किए वायदे की याद दिलाएगी। भाजपा के प्लान और नए अभियान पर कांग्रेस ने पूछा है कि क्या भाजयुमों प्रधानमंत्री मोदी से भी पूछेगी हर साल 2 करोड़ नौकरी देने के वायदे का क्या हुआ। कुल जमा रोजगार को लेकर वायदे तो दोनों ही पक्षों ने किए हैं तो अब सवाल ये कि जॉब को लेकर किए वायदों पर भाजपा के बेरोजगारी टेंट में कोई जवाब या राहत मिलेगी? 〈 >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<< 〉
छत्तीसगढ़ में साल 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा बेरोजगारी के मुद्दे को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है। इसके लिए भाजपा की अपने यूथ विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में बेरोजगारी टैंट लगाएगी। जहां भाजयुमों कार्यकर्ता प्रदेश के युवाओं से उनके रोजगार संबंधी फीडबैक लेंगे और उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक करेंगे। पार्टी का दावा है कि भाजयुमों मौजूदा सत्र में कांग्रेसी नेताओं का घेराव करेगी साथ ही 24 अगस्त को रायपुर में एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
इधर, विपक्ष की तैयारी पर कांग्रेस ने पटवार किया है। कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि छग बीजेपी को पहले पीएम मोदी से सवाल पूछना चाहिए कि हर साल 2 करोड़ नौकरी देने के उनके चुनावी वायदे का क्या हुआ ।
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चुनाव चाहे प्रदेश का हो या देश का बिना नए युवा वोटर्स को साधे जीत पाना किसी भी दल के लिए संभव नहीं है। इसीलिए युवाओं से जुड़े सबसे बड़े मुद्दे रोजगार को उठाकर इस वर्ग को लुभाने उनके बीच जाने का मौका कोई छोड़ना नहीं चाहता। सवाल ये क्या ये कवायद युवाओं को पार्टी से जोड़ पाएगी। उससे भी बड़ा सवाल कि इस कवायद से यूथ को कोई लाभ मिलेगा?