Death of MLA Manoj Mandavi: रायपुर। मनोज मंडावी के निधन पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मनोज मंडावी अच्छे साथी रहे हैं। वे कद्दावर नेता थे क्षेत्र का विकास उनकी प्रतिबद्धता थी। 1998 में पहली बार हम लोग विधायक बने.. जोगी सरकार में वे मंत्री बन गए थे, उन्होंने विधानसभा में भी किसी को शिकायत का अवसर नहीं दिया।
कौशिक ने कहा कि आसंदी के बाहर भी वे बेहद अच्छा व्यवहार करते थे। वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करते थे। सभी दलों के साथ उनका बहुत अच्छा संबंध रहा है। उनका जाना, उनके परिवार और कांग्रेस पार्टी के लिए ही नहीं बल्कि समूचे छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है।
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Death of MLA Manoj Mandavi: वहीं पूर्व सीएम रमन सिंह ने अपने शोक संदेश में लिखा कि छत्तीसगढ विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री मनोज मंडावी जी के आकस्मिक निधन समाचार से निशब्द हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करें।
वहीं पूर्व मंत्री और कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी जी के निधन का समाचार मिला, जो कि मन को व्यथित करने वाला है, यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। वे मेरे बहुत करीबी थे। ईश्वर से प्रार्थना है कि इस दुखद घड़ी में उनके परिजनों को संबल प्रदान करें और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
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विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भी शोक जताया है, उन्होंने कहा- मनोज मंडावी बस्तर के आदिवासियों की आवाज थे, अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने बस्तर और आदिवासियों के हित में काम किया है।