रिपोर्ट- सौरभ सिंह परिहार, रायपुर: BJP on leaders of CG कांग्रेस हो या भाजपा दोनो ही मिशन 2023 में पूरी तरह से जमीन पर एक्टिव हो चुके हैं। भाजपा,अपने नेताओँ-कार्यकर्ताओं को बूथ पर भेजकर 100 घंटे बिताने का निर्देश दे चुकी है। विपक्ष सरकार के अधूरे वायदों को जनता को याद दिलाने के लिए सक्रिय कर चुकी है। दूसरी तरफ भाजपा के हर प्रहार के लिए तैयार कांग्रेस पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जमीन पर उतरकर मोर्चा संभाल लिया है, मौजूदा वक्त में विधानसभाओँ के दौरे के दौरान उनका नायक अवतार। भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है। बार-बार सवाल उठता है कि आखिर भूपेश के सामने अबकी बार किसका चेहरा होगा? जिस पर प्रदेश प्रभारी और सह-प्रभारी बार-बार यही कहते हैं इस बार कोई चेहरा नहीं होगा। होंगे तो सिर्फ मोदी और कमल का चिन्ह। सवाल ये कि क्या पार्टी को 15 साल सरकार चलाने के बाद प्रदेश के किसी नेता पर वाकई भरोसा नहीं रहा?
BJP has no faith in leaders of CG भाजपा प्रभारी के इस बयान से साफ है कि पार्टी 2023 के लिए अपने ‘बूथ विस्तार कार्यक्रम’ के तहत कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी को मुद्दा बनाकर घेराबंदी करेगी। दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार के मुखिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद अपनी सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा करने विधानसभाओं के दौरे पर निकल चुके हैं। वो फील्ड पर अफसरों से दो टूक कह रहे हैं कि सरकारी योजनाओं में लापरवाही और हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं होगी। सरगुजा संभाग में विधानसभाओँ के दौरे के दौरान CM भूपेश बघेल का नायक अवतार लोगों को बेहद भा रहा है। आमजन के सीधा संवाद, लापरवाह अफसशाही पर एक्शन और अलग-अलग वर्गों से सहज मुलाकात। जाहिर है इसका फायदा जनता को तो मिलेगा ही साथ ही पार्टी की जमीन भी मजबूत होगी।
यानि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक मजबूत नायक की छवि के साथ भाजपा की हर चुनौती का सामना करने की तैयारी में जुट गए हैं। दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश सह-प्रभारी नितिन नबीन ने साफ-साफ कह दिया कि भाजपा के लिए 2023 में अगर कोई चेहरा होगा तो मोदी और कमल।
अगर केवल चुनाव के दौरान किए गए वायदों की कसौटी है तो इस पर कांग्रेस का दावा है कि सरकार बनने के बाद 36 में से 25 वादे पूरे कर दिए गए हैं। जबकि भाजपा का आरोप है कि इसी झूठ का पर्दाफाश करने भाजपा कार्यकर्ता हर बूथ पर 100 घंटे बिता रहे हैं। सवाल ये भी है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दमदार चेहरे के सामने भाजपा इस बार प्रदेश से किसी चेहरे के बजाय मोदी पर ही भरोसा कर रही है?