Chhattisgarh Ganja Smuggler Railway Constable : बिलासपुर: गांजा तस्करी के चर्चित मामले में पुलिस की फाइनेंशियल जांच के दौरान GRP आरक्षकों की करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है। इन आरक्षकों ने न केवल अपनी वर्दी का दुरुपयोग किया, बल्कि कोरबा और बिलासपुर में डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जुटाई। अब जप्त की गई इस संपत्ति का प्रतिवेदन सफेमा कोर्ट, मुंबई को भेजा जा रहा है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
कुछ समय पहले, GRP (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) के आरक्षकों द्वारा गांजा तस्करी का संगठित रैकेट चलाने की बात उजागर हुई थी। इस मामले में शामिल आरक्षक लक्ष्मण गाइन, मन्नू प्रजापति और संतोष राठौर ने एंटी क्राइम टीम की आड़ में इस गैरकानूनी धंधे को अंजाम दिया। पुलिस ने तीनों आरक्षकों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन शुरू किया, जिसके चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं।
Chhattisgarh Ganja Smuggler Railway Constable : जांच में पता चला है कि आरोपियों ने गांजा तस्करी से जुटाए गए पैसों से कोरबा और बिलासपुर में शानदार मकान, फ्लैट, लग्जरी बाइक, कार और बड़े बैंक डिपॉजिट जैसे संपत्तियां खरीदी हैं। इनकी कुल कीमत डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
पुलिस ने आरोपियों की सभी संपत्तियों को जप्त कर लिया है। अब संपत्ति का पूरा विवरण सफेमा कोर्ट, मुंबई को भेजा जा रहा है। कोर्ट के आदेश के बाद इन संपत्तियों को स्थायी रूप से फ्रिज (अपरिवर्तनीय) किया जाएगा।
Chhattisgarh Ganja Smuggler Railway Constable : यह मामला पुलिस विभाग में वर्दी का गलत इस्तेमाल और अपराध के संगठित स्वरूप का गंभीर उदाहरण है। सफेमा कोर्ट के निर्देशों के तहत आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की संभावना है। यह मामला उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो कानून और वर्दी का दुरुपयोग कर अवैध धन अर्जित करते हैं। इस प्रकरण ने न केवल पुलिस विभाग की छवि को प्रभावित किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि कैसे कानून की आड़ में अपराध किए जा सकते हैं। अब सभी की नजरें सफेमा कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।
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