बीजापुर, 21 मार्च (भाषा) छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बृहस्पतिवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने माओवादियों की पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी को भारी नुकसान पहुंचाया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह कमेटी कई नक्सली घटनाओं को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाती रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्य के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ दो मुठभेड़ों में मारे गए 30 नक्सलियों में से 19 की अब तक पहचान कर ली गई है, जिनमें 15 महिलाएं शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में इस वर्ष नक्सलियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने बीजापुर जिले में 14 महिलाओं समेत 26 नक्सलियों को मार गिराया जबकि कांकेर जिले में एक महिला समेत चार अन्य को ढेर कर दिया गया।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बीजापुर में मारे गए 26 नक्सलियों में से 18 की पहचान कर ली गई है और अन्य की पहचान कराई जा रही है।
उन्होंने बताया कि इनमें से सिट्टो (महिला कैडर) माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन की डिवीजन कमेटी सदस्य थी, जिस पर आठ लाख रुपये का इनाम था।
सुंदरराज ने बताया कि पिछले कई वर्षों से इलाके में सिट्टो और उसके पति, माओवादियों की प्लाटून नंबर 13 के कमांडर जिथरू का आतंक था।
उन्होंने बताया कि मारे गए आठ कैडरों की पहचान माओवादियों की एरिया कमेटी के सदस्यों के रूप में हुई है, जिन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था।
उन्होंने बताया कि अन्य नौ कैडर प्लाटून नंबर 13 में विभिन्न पदों पर सक्रिय थे।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि बीजापुर मुठभेड़ में मिली सफलता के साथ ही सुरक्षा बलों ने माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन को काफी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में, डिवीजन के कई माओवादियों को सुरक्षाबलों ने खत्म कर दिया है। सुरक्षा बल इलाके में शांति बहाल होने तक अपना अभियान जारी रखेंगे।
उन्होंने बताया कि बीजापुर अभियान में मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राइफल, एक एसएलआर (सेल्फ लोडिंग राइफल), एक इंसास राइफल, तीन .303 राइफल और कई अन्य बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल), 12 बोर राइफल और 315 बोर राइफल, गैजेट और हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है।
सुंदरराज ने कहा कि मुठभेड़ के बाद बीजापुर-दंतेवाड़ा-सुकमा जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र के जंगल में तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि कार्रवाई में घायल हुए कई नक्सली आसपास के जंगल में भाग गए हैं।
उन्होंने बताया कि बीजापुर मुठभेड़ में डीआरजी जवान राजू ओयम शहीद हो गया है। उन्होंने बताया कि ओयम 2020 में नक्सलवाद छोड़कर पुलिस बल में शामिल हुआ था।
सुंदरराज ने बताया कि अभियान के दौरान ओयम बहादुरी से लड़ा लेकिन दुर्भाग्य से वह शहीद हो गया। उन्होंने बताया कि बीजापुर में आज ओयम को श्रद्धांजलि दी गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले 14 महीनों में बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के 37 नए शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से अधिकतर बीजापुर जिले में सुरक्षा की कमी को पूरा करने और विकास कार्यों को सुविधाजनक बनाने के लिए स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि बीजापुर में तर्रेम और पामेड़ के बीच सड़क संपर्क स्थापित किया गया है, जिसे पहले माओवादियों का गढ़ माना जाता था।
अधिकारी ने बताया कि इस क्षेत्र में सड़क संपर्क स्थापित होने से एक बड़ा बदलाव आयेगा।
भाषा सं संजीव नरेश देवेंद्र
देवेंद्र
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