Amit Shah has claimed to end Naxalism from India by 2026: बस्तर: छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित बेहद गरिमामय कार्यक्रम में राज्य की पुलिस को राष्ट्रपति निशान (पुलिस कलर्स अवार्ड-2024) सौंपा। यह देश के सशस्त्र बलों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। विगत 24 वर्षों में छत्तीसगढ़ पुलिस की असाधारण सेवाओं, बहादुरी और कर्तव्यपरायणता के लिए राज्य को यह सम्मान मिला है। छत्तीसगढ़ यह सम्मान हासिल करने वाला देश का सबसे युवा राज्य है, जिसने अपने गठन के मात्र 24 वर्षों में ही यह उपलब्धि हासिल की है।
Amit Shah has claimed to end Naxalism from India by 2026: इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री ने फिर से एक बार वामपंथी उग्रवादी संगठनों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह आत्मसमर्पण करें, इसी में हर किसी की भलाई है। देश के विकास के रास्ते पर आगे ले जाना है और इसके लिए उन्हें आपकी जरूरत होगी। अमित शाह ने कहा कि 2026 तक बस्तर समेत देश के सभी राज्यों से माओवाद को समूल ख़त्म कर दिया जाएगा। अपने उद्बोधन में अमित शाह ने कहा कि, ‘वह नक्सलियों से हाथ जोड़कर अपील करते है कि वह हथियार होड़ दे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा रखे। आत्मसमर्पित नक्सलियों को समाज के मुख्यधारा से जोड़ने की जिम्मेदारी मोदी सरकार की है।
Amit Shah has claimed to end Naxalism from India by 2026: गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड केवल एक सम्मान नहीं है, यह सेवा और कर्तव्य का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलवाद, संगठित अपराध और मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में जो साहस और प्रतिबद्धता दिखाई है, वह अभूतपूर्व है। छत्तीसगढ़ पुलिस देश के सर्वश्रेष्ठ और बहादुर पुलिस बलों में से एक बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार छत्तीसगढ़ और देश को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ और देश से नक्सलवाद का पूर्णतः खात्मा हो जाएगा। अमित शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि इसने न केवल कानून और व्यवस्था को बनाए रखा है, बल्कि जनता के विश्वास को भी मजबूत किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड पुलिस बल के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, उनका हौसला और मनोबल बढ़ाएगा।
Amit Shah has claimed to end Naxalism from India by 2026: केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जांबाज पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपना मेरे लिए भी गर्व की बात है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ की पुलिस की कड़ी मेहनत, समर्पण और जनता के प्रति लगाव का द्योतक है। छत्तीसगढ़ की पुलिस नक्सलियों के ताबूत में आखिरी कील ठोंकने की तैयारी में है। यहां की पुलिस ने कानून-व्यवस्था और नक्सल मोर्च के साथ ही कोरोना महामारी में भी बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की। श्री शाह ने समारोह में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को आज उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का जो कार्य किया, उसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को हटाकर और मजबूत किया है।.
‘बस्तर ओलंपिक-2024’ युवाओं को खेलों के माध्यम से समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और उनकी प्रतिभा को निखारने की सराहनीय पहल है। जगदलपुर (छत्तीसगढ़) में #BastarOlympic2024 के समापन समारोह में ऊर्जावान खिलाड़ियों से संवाद कर रहा हूँ। https://t.co/JxseF87WNY
— Amit Shah (@AmitShah) December 15, 2024
अमित शाह ने कहा है कि 31 मार्च 2026 तक भारत से नक्सलवाद का पूर्णतः खात्मा हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ पुलिस को यह सम्मान उनकी बहादुरी, कर्तव्यपरायणता, और नक्सलवाद व संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई में साहसिक योगदान के लिए दिया गया है।
सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने और उन्हें रोजगार व पुनर्वास का अवसर प्रदान करने की योजना पर काम कर रही है।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक भूमिका निभाई है और राज्य में कानून-व्यवस्था को बनाए रखा है।
अमित शाह ने नक्सलवादियों से आत्मसमर्पण कर समाज में वापस लौटने और देश के विकास में योगदान देने की अपील की।