वाड्रफनगर: Illegal Paddy Seized छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने वाली है। प्रशासन ने धान खरीदी के लिए पूरी तैयारी कर ली है। लेकिन दूसरी ओर प्रशासन इस बात से भी चिंतित है कि दूसरे राज्यों के बिचौलिए यहां आकर धान न खपाएं, क्योंकि ऐसा होता रहा है। बताया जा रहा है कि समर्थन मूल्य में धान खरीदी की शुरुआत होने से पहले ही बिचौलिए सक्रीय हो गए हैं। हालांकि प्रशासन की बिचौलियों पर पैनी नजर है, लेकिन फिर भी बिचौलिए दूसरे राज्यों से धान लाकर छत्तीसगढ़ में खपाने की कवायद में लगे हुए हैं।
Illegal Paddy Seized मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन की टीम ने 730 बोरी अवैध धान जब्त किया है। बताया जा रहा है कि जब्त किए गए धान को उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ लाया जा रहा था, ताकि यहां समर्थन मूल्य पर खपाया जा सके। फिलहाल जिला कलेक्टर ने अवैध के परिवहन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से धान का समर्थन मूल्य 2320 रुपए तय की गई है। लेकिन छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने अपने वादे के अनुरुप 3100 रुपए में धान खरीदी का फैसला लिया है। अब केंद्र की ओर से निर्धारित कीमत और छत्तीसगढ़ में किसानों को भुगतान किए जाने वाली राशि को देखें तो दोनों में करीब 800 रुपए का अंतर है। ऐसे में अधिक पैसे पाने की लालच में बिचौलिए दूसरे राज्यों से लाकर यहां अवैध धान खपाने की फिराक में रहते हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 14 नवंबर से शुरू होने वाली है। इस वर्ष सरकार करीब 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने की तैयारी में है। इस बार 3,100 रुपए के भाव से 21 क्विंटल प्रति एकड़ के भाव से धान खरीदी की जाएगी। सभी धान खरीदी केंद्र में इलेक्ट्रानिक वेइंग मशीन से ही खरीदी की जाएगी और इसके लिए 30 हजार गठान बारदाने की खरीदी होगी।