B.Ed Assistant Teachers News

B.Ed Assistant Teachers News: खतरे में आई इन शिक्षकों की ​नौकरी, घेरने पहुंचे भाजपा प्रदेश कार्यालय, गेट के बाहर कर रहे प्रदर्शन

B.Ed Assistant Teachers News: खतरे में आई इन शिक्षकों की ​नौकरी, घेरने पहुंचे भाजपा प्रदेश कार्यालय, गेट के बाहर कर रहे प्रदर्शन

Edited By :  
Modified Date: January 1, 2025 / 01:10 PM IST
,
Published Date: January 1, 2025 12:22 pm IST

रायपुर: B.Ed Assistant Teachers News राजधानी रायपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां B.Ed प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों ने आज सड़क पर उतर गए हैं। बड़ी संख्या में B.Ed सहायक शिक्षक भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे हुए हैं और अपने मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बीएड धारी सहायक शिक्षकों की मांग है कि उन्हें नौकरी से न निकाला जाए।

Read More: Happy new year 2025: देश-प्रदेश समेत पूरी दुनिया में मनाया गया नए साल का जश्न, कहीं आतिशबाजी तो कहीं DJ पर जमकर नाचे लोग 

इस दौरान बीएड धारी सहायक शिक्षकों को परिसर के गेट के बाहर ही रोक दिया गया। जब उन्हें गेट के बाहर रोका गया तो सहायक शिक्षक नाराज हो गए और गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान सभी शिक्षक हंगामा करने लगे। इस दौरान गेट का ताला तोड़ने की भी कोशिश की।

Read More: Small Savings Schemes Interest Rates: PPF, सुकन्या समृद्धि समेत कई स्माल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों पर बड़ा अपडेट, जानें किस योजना पर कितना मिलेगा इंटरेस्ट 

दरअसल, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार बीएड धारी सहायक शिक्षकों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही थी। इस बात को लेकर आज बड़ी संख्या में B.Ed सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर में प्रदर्शन कर रहे थे। सभी सहायक शिक्षक जल सत्याग्रह भी किया था और आज वो अपनी मांगों को लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे हुए हैं।

Read More: Curfew in Jalgaon : नए साल के पहले दिन प्रदेश के इस जिले में लगा कर्फ्यू, दो गुटों के बीच विवाद होने का बाद बढ़ा तनाव 

आपको बता दें कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सहायक शिक्षक के 2855 पदों पर योग्य अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए आदेश दिए गए थे। इन आदेशों के परिपालन में लोक शिक्षण संचालनालय ने बस्तर और सरगुजा संभाग के बीएड धारी सहायक शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया। आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि डीएड अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ प्रारंभ किया जाएगा।

Read More: Today News and LIVE Update 1 January 2025 : भाजपा प्रदेश कार्यालय के सामने धरने पर बैठे शिक्षक, जमकर कर रहे नारेबाजी 

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने डीईड अभ्यर्थियों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। इस आदेश के बाद बीएड अभ्यर्थियों के लिए सहायक शिक्षक की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा था। वहीं 19 दिसंबर से बीएड सहायक शिक्षक नवा रायपुर तूता धरना स्थल पर समायोजन की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। इसके साथ ही 12 दिन बाद भी सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर शिक्षकों ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया था। लेकिन इस संबंध में अब लोक शिक्षण संचालनालय ने सहायक शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है।

 

देखें वीडियो

 

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

FAQ Section:

1. बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं?

बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक अपनी नौकरी से निकाले जाने के आदेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश पर उन्हें नौकरी से हटाने की तैयारी कर रही है, जिसके खिलाफ ये शिक्षक विरोध कर रहे हैं।

2. सरकार ने बीएड धारी सहायक शिक्षकों के बारे में क्या आदेश जारी किया है?

सरकार ने लोक शिक्षण संचालनालय के माध्यम से 2855 सहायक शिक्षक पदों के लिए डीएड अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया को प्राथमिकता देने का आदेश दिया है। इसके कारण B.Ed धारी सहायक शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।

3. क्या बीएड धारी सहायक शिक्षक अपनी नौकरी बचा पाएंगे?

फिलहाल, सरकार ने B.Ed धारी सहायक शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करने का आदेश दिया है, और डीएड अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जा रही है। हालांकि, बीएड शिक्षकों का विरोध जारी है और उनकी मांग है कि उन्हें नौकरी से न निकाला जाए।

4. बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक कब से धरने पर बैठे थे?

बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक 19 दिसंबर से नवा रायपुर में धरने पर बैठे थे, और जल सत्याग्रह भी कर रहे थे।

5. बीएड सहायक शिक्षकों ने किस स्थान पर प्रदर्शन किया?

बीएड सहायक शिक्षक आज भा.ज.पा. प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे और वहां धरने पर बैठ गए।

 
Flowers