Manjusha Bhagat vs Ajay Tirkey's statements || Image- IBC24 News File
Manjusha Bhagat vs Ajay Tirkey’s statements: अंबिकापुर। नगर निगम में सत्ता परिवर्तन के बाद नए महापौर के बयानों पर विपक्ष लगातार प्रतिक्रिया दे रहा है। पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की ने वर्तमान महापौर मंजूषा भगत के नगर निगम के शुद्धिकरण वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पद पर आसीन व्यक्ति को इस तरह की ओछी और अनावश्यक बातें करना शोभा नहीं देता।
डॉ. तिर्की ने कहा कि नगर निगम की प्राथमिकता शहर का विकास और जनता की समस्याओं का समाधान होना चाहिए। लेकिन यदि इस तरह के बयानों से ध्यान भटकाया जाएगा, तो यह नगर निगम के लिए उचित नहीं होगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिस कुर्सी को अशुद्ध बताया जा रहा है, उस पर पहले भी उनकी ही पार्टी के नेता प्रबोध मिंज आसीन थे। ऐसे में महापौर को स्पष्ट करना चाहिए कि वह अपने ही पूर्ववर्ती पार्टी नेता के बारे में क्या सोचती हैं।
पूर्व महापौर ने नगर निगम की नई सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि वे अपने कार्यों से जनता को विश्वास में लें और दिखावटी राजनीति से बचें। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में अंबिकापुर के विकास को गति देने के लिए कई योजनाएं लागू की गई थीं, जिनका लाभ नागरिकों को मिल रहा है। नई महापौर को चाहिए कि वे विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें और नगर निगम को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।
Manjusha Bhagat vs Ajay Tirkey’s statements: दरअसल शुद्धिकरण से जुड़े मामले पर मंजूषा भगत ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि बीते दस वर्षों में नगर निगम की व्यवस्था के साथ-साथ शहर में भी कई तरह की अशुद्धियाँ आई हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है। उनका मानना है कि स्वच्छ और सकारात्मक वातावरण से नगर प्रशासन बेहतर तरीके से संचालित होगा।
महापौर भगत ने बताया कि वह प्रयागराज से गंगाजल लेकर आई हैं, जिससे नगर निगम कार्यालय सहित पूरे शहर में शुद्धिकरण किया जाएगा। उनका कहना है कि नगर निगम कार्यालय सिर्फ एक प्रशासनिक भवन नहीं, बल्कि जनता की सेवा का एक पवित्र स्थान है, इसलिए इसकी पवित्रता बनाए रखना आवश्यक है।
महापौर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने आयुक्त को सख्त निर्देश दिए हैं कि नगर निगम कार्यालय में जरूरी बदलाव किए जाएं। इसके तहत पुरानी कुर्सियों और चेम्बर की सफाई के साथ आवश्यकतानुसार नवीनीकरण किया जाएगा। उनका मानना है कि शुद्ध और व्यवस्थित कार्यस्थल से निर्णय प्रक्रिया में भी सुधार आएगा।
Manjusha Bhagat vs Ajay Tirkey’s statements: मंजूषा भगत ने कहा, “मैं नगर निगम की पहली हिंदू महिला महापौर के रूप में चुनी गई हूँ। ऐसे में, मैं अपने रीति-रिवाजों का पालन करते हुए शुद्ध कुर्सी पर बैठना चाहूंगी।” उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पहल सिर्फ उनकी व्यक्तिगत आस्था से जुड़ी नहीं, बल्कि नगर निगम को एक नई ऊर्जा देने का भी प्रयास है।
महापौर ने भरोसा दिलाया कि उनकी प्राथमिकता सिर्फ प्रशासनिक व्यवस्था सुधारना ही नहीं, बल्कि पूरे अंबिकापुर शहर को स्वच्छ, सुचारू और विकसित बनाना है। उन्होंने नगरवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सभी के सामूहिक प्रयासों से शहर को एक नई पहचान मिलेगी।