E Malkhana will take care of vehicles lying in the police station: अंबिकापुर। कबाड़ में तब्दील हो रही ये गाड़िया सरगुज़ा पुलिस के लिए मुसीबत बनती जा रही है आलम ये है कि जप्त गाड़ियों के कोई निराकरण नही हो पाने के कारण थानों में गाड़ियों की भरमार होती जा रही है और इसके कारण पुलिस परेशान हो रही है। दरअसल, सरगुज़ा के एक थाने नही बल्कि जिले भर के थानों में यही हाल है, जहां जप्त गाड़िया कबाड़ में तब्दील हो रही है। इतना ही नहीं गाड़ियों से सामान चोरी होने की घटना आम हो रही है। इसके साथ थानों में रखी गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं भी प्रदेश के कई थानों में सामने आ चुकी है।
ऐसे में जानकार ये मानते है कि थानों में जप्त गाड़िया कई प्रकरणों में साक्ष्य के रुप में होती है और पुलिस को इसकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होना चाहिए। यही नहीं कानून के जानकार ये भी मानते है कि गाड़ियों के मालिक को इसका सुपुर्द नामा भी कराना चाहिए। इधर सरगुजा पुलिस थानों में कबाड़ हो रहे गाड़ियों को अपडेट करने की कवायद करने की बात कह रही है। पुलिस का कहना है कि कई मामलों में वाहन जप्त जाते हैं साथ ही साथ कई वाहन लावारिस हालत में भी मिलते हैं। ऐसे में इनके सुरक्षा और इनके रखरखाव के लिए सरगुजा पुलिस ई मालखाना बनाने की तैयारी कर रही है। जिले में 2 थानों में इसका संचालन भी शुरू हो गया है।
पुलिस का कहना है कि ई मालखाना से गाड़ियों में क्यूआर के जरिए पूरी जानकारी रखी जा सकेगी। इसके साथ ही साथ कबाड़ में तब्दील हो रहे गाड़ियों को व्यवस्थित रखकर उनकी सुरक्षा के लिए भी प्रयास करने की बात एसपी कह रही हैं। एसपी भावना गुप्ता का कहना है कि ऑनलाइन रिकॉर्ड मेंटेन होने से गाड़ियों की और थाने में जप्त सामानों की पूरी जानकारी हो सकेगी। साथ ही उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी तय हो सकेगी।
गर्मी के दिनों में प्रदेश के अलग-अलग थानों में गाड़ियों में आग लगने की घटना सामने आई है। इसके अलावा आए दिन थाने में जप्त गाड़ियों से सामानों की चोरी की घटना भी आम होती जा रही है। ऐसे में सरगुजा पुलिस के द्वारा ऑनलाइन रिकॉर्ड तैयार कर इसके रखरखाव के प्रयास किए जा रहे हैं। अब देखना होगा कि सरगुजा पुलिस का यह अभियान कितना कारगर साबित होता है और कैसे पुलिस थानों में बढ़ती जप्त गाड़ियों के कारण बदहाल होते थानों को व्यवस्थित कर इनकी सुरक्षा कर पाती है। IBC24 से अभिषेक सोनी की रिपोर्ट