रायपुर : Cg Ki Baat : ये साल चुनावी है,और एक बार फिर से चुनावी वादों का दौर आने वाला है। ऐसे में पिछले बार के चुनावी वादों पर भी बहसबाजी देखने को मिल रही है। कांग्रेस का एक ऐसा ही वादा आज सुर्खियों में रहा। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने शराबबंदी का वादा किया था। जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। जिसे लेकर बीजेपी कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा कर रही है। वहीं सीएम भूपेश ने साफ कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में फिलहाल शराबबंदी नहीं होने वाली है। कह सकते हैं कि ये शराबबंदी नहीं आसां।
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Cg Ki Baat : छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का मुद्दा पिछले कुछ सालों से हमेशा सुर्खियों में रहा है। कांग्रेस ने पिछले चुनाव के वक्त शराबबंदी का वादा किया था। माना जाता है कि शराबबंदी के वादे ने कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका भी निभाई थी। सत्ता से बाहर होने के बाद से बीजेपी कांग्रेस से शराबबंदी को लेकर तीखे सवाल पूछते आ रही है। बीजेपी कांग्रेस सरकार से पूछती है कि शराबबंदी के वादे का क्या हुआ और अब जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं। शराबबंदी का मुद्दा जोर पकड़ रहा है। रविवार को सीएम भूपेश बघेल ने एक ऐसा बयान दिया। जिससे साफ होता है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार फिलहाल शराबबंदी के पक्ष में नहीं है ।
वहीं दूसरी तरफ शराबबंदी के लिए बनाई गई समिति के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा छत्तीसगढ़ में शराबबंदी जरूरी है और इन सबके बीच बीजेपी का आरोप है कि सरकार बहाने बना रही है।
Cg Ki Baat : तो एक तरफ कांग्रेस के अपनी दलील है, और तो दूसरी बीजेपी के आरोप हैं, पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी होगी या नहीं और होगी तो कब? दूसरा सवाल ये भी है कि चुनाव में शराबबंदी का मुद्दा कितना असरदार रहेगा।