9th anniversary of Jiram attack today

जीरम हमले की 9वीं बरसी आज.. दुनिया ने देखी थी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की हत्या.. देखें ये रिपोर्ट

9th anniversary of Jiram attack today : मौत के साये में उस रोज करीब 3 घंटे तक बंधक रहने वालों के जेहन में आज भी जीरम का वो दिन जख्म है

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 PM IST
,
Published Date: May 25, 2022 9:44 am IST

रायपुर। 9th anniversary of Jiram attack today  :  आज 25 मई है… और ये तारीख याद दिलाती है नौ साल पहले यानी 2013 की वो घटना। जिसने पूरे देश को सकते में डाल दिया था। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं समेत 32 लोग जीरम नरसंहार में मारे गए थे। इस हत्याकांड को आज 9 साल पूरे हो गए।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

यह भी पढ़ें:  Prashanth Neel Next Project : सालार के सेट से लीक हुई बाहुबली प्रभास की फोटो, इंटरनेट पर मची सनसनी..

9th anniversary of Jiram attack today  :  नक्सलियों की ये नृशंस वारदात महज आतंक मचाने के लिए थी या कोई राजनीतिक सुपारी किलिंग थी। ये सवाल नौ साल बाद भी NIA और एक न्यायिक आयोग की जांच पूरी होने के बाद भी सिर्फ सवाल ही है। नक्सलियों की गोलियों से घायल होने वालों, लाशों के बीच सांस रोककर पड़े रहने वाले और मौत के साये में उस रोज करीब 3 घंटे तक बंधक रहने वालों के जेहन में आज भी जीरम का वो दिन जख्म है।

यह भी पढ़ें: जातियों के भरोसे मिशन-2023! विधानसभा चुनाव से पहले सभी जातियों को साधने में जुटी कांग्रेस, रिपोर्ट के आधार पर बनेगी रणनिति

9th anniversary of Jiram attack today :  आपको बता दें कि 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकाली थी। तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल इसका नेतृत्व कर रहे थे। 25 मई को इस यात्रा का पड़ाव बस्तर के घोर नक्सल प्रभाव वाले सुकमा में था। वहां दोपहर को सभा होने वाली थी।

यह भी पढ़ें: डेयरी किसानों को बड़ा तोहफा, दूध खरीद के दाम में 55 रुपये की बढ़ोतरी, इस राज्य की सरकार ने किया ऐलान

9th anniversary of Jiram attack today :  बस्तर के सबसे ताकतवर आदिवासी नेता महेंद्र कर्मा भी इस सभा में शामिल हुए थे। इस परिवर्तन यात्रा से लौटते वक्त जीरम घाटी के पास नक्सलियों ने घेरकर हमला किया था। जिसमें विद्याचरण शुक्ल, नंदकुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, योगेंद्र शर्मा समेत 32 लोग शहीद हो गए थे। वहीं करीब इतने ही लोग गोलियां लगने से घायल भी हुए।

यह भी पढ़ें: हिमालयन ट्रैकिंग से लौटे NH Goel World School के छात्र, रायपुर एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत