रायपुर: आज विधानसभा के 16वां दिन हंगामेदार रहा। पक्ष और विपक्ष के बीच कई मुद्दों कोई लेकर तनातनी देखने को मिली तो विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते भी नजर आएं। इसी कड़ी में सदन में आज विधायक राजेश मूणत ने देशी और अंग्रेजी शराब की आपूर्ति,ओवर रेट व अवैध विक्रय की कार्यवाही के मुद्दे अपने ही विभाग के मंत्री को जमकर घेरा।
इस मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने सामने भी हुए और करीब 20 मिनट से अधिक बहस ही हुई। विधायक राजेश मूणत ने बिना होलोग्राम की शराब बेचने वालों पर कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाया। इस पर बहस के बाद मंत्री ने इस मामले में प्लेसमेंट एजेंसी के खिलाफ जांच कराए जाने की घोषणा कर दी।
इसी कड़ी में सदन में आज महिला बाल विकास विभाग से सवाल पूछे गये। सवाल भाजपा की महिला सदस्य भावना बोहरा ने किया जबकि सवाल मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने दिया। हालाँकि भावना के सवालों पर मंत्री राजवाड़े कुछ देर के लिए असहज नजर आई। इस बीच स्पीकर डॉ रमन सिंह ने मोर्चा संभाला और सदस्य को और अधिक सवाल करने से रोका।
भावना बोहरा ने पूछा कि प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए शैक्षणिक आहर्ता क्या हैं। इस पर मंत्री ने बताया कि यह क्राइटेरिया 12 वीं पास का हैं लेकिन 12वीं पास नहीं होने पर 10वीं कक्षा उत्तीर्ण को भी योग्य माना जाता हैं।
भावना बोहरा ने यह भी पूछा कि आंगनबाड़ियों के पोषण आहार और दूसरे रिपोर्ट कब-कब भेजे जाते हैं। इस पर मंत्री ने बताया कि यह रिपोर्ट उन्हें हर दिन प्राप्त होती हैं।
एक अन्य सवाल पर कि महिलाओं को रेडी टू इट का काम कब तक सौंपा जाएगा? इसपर महिला मंत्री ने बताया कि पिछली बार उन्होंने इस पर जवाब दिया था। विधानसभा सत्र के बाद इस पर बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान सदस्य भावना बोहरा असंतुष्ट नजर आई। वह कुछ अन्य सवाल भी करना चाहती थे लेकिन विस प्रमुख ने उन्हें रोका और दूसरे सदस्य को प्रश्न के लिए आमंत्रित किया।
इसी बीच प्रदेश भर से लापता लोगों के मामले को लेकर भाजपा के सदस्य अजय चंद्राकर ने ध्यानाकर्षण भी लाया।
सदन की कार्रवाई के दौरान अजय चंद्राकर ने कहा प्रदेश में लापता लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, उन्होंने इससे जुड़े सवाल भी किये। इस पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बीते पांच साल में मानव तस्करी के 176 मामला दर्ज किया गया है। मानव तस्करी में लापता 744 में से 740 को रेस्क्यू किया गया है। 421 आरोपियों की गिरफ्तारी, 26 प्रकरण, 50 कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
उप मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री ने सदन में जवाब देते हुए बताया कि बीते 33 माह में 46 हजार 746 लोगों की सूचना दर्ज की गई। अवयस्क 9 हजार 997 में से 8 हजार 892 को वापस लाया गया है। 27 हजार 623 में से 20 हजार 485 महिलाओं को वापस लाया गया है, ऑपरेशन मुस्कान चलाकर 51 बालक 453 बालिकाओं को वापस लाया गया है।