उदयपुर: 15 Lakh Hindu Women’s Undergarments Data कपड़े हो या किराने का सामान आज लोग ऑनलाइन खरीदना पसंद कर रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है जिस वेबसाइट से आप सामान खरीद रहे हैं वो सुरक्षित हैं? हम गलत सामान बेचने की बात नहीं कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं उस डेटा की जिसे आप खुद ई कॉमर्स वेबसाइट को देते हैं, जिसमें अपका नाम, मोबाइल नंबर, बैंक डिटेल और बहुत कुछ शामिल है। अब आप सोच रहे हैं कि हम ये बातें क्यों कर रहे है? दरसअल हम ये बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि साइबर डेटा हैक करने वाले एक गिरोह ने 15 लाख से अधिक हिन्दू महिलाओं के अंडरगारमेंट्स और पर्सनल डेटा हैक कर लिया।
15 Lakh Hindu Women’s Undergarments Data मिली जानकारी के अनुसार साइबर डेटा हैक करने वाले एक गिरोह ने देशभर की 15 लाख महिलओं का प्रावेट डाटा हैक कर लिया है। बताया जा रहा है कि साइबर क्राइम की इस घटना को अंजाम देने वाला शख्स संजा सोनी राजस्थान के उदयपुर का रहने वाला है और सोशल मीडिया पर कट्टरवादी हिन्दू की छवि बनाए हुए है। आरोपी ने न सिर्फ अपने हैकर साथियों के साथ मिलकर न केवल डेटा चुराया बल्कि लगातार कंपनी को डेटा की एवज में पैसे देने के लिए ब्लैकमेल कर रहा था। संजय ने खुद इन डेटा के स्क्रीनशॉट टि्वटर पर डाले और दावा किया कि किसी ने भारतीय हिंदू महिलाओं के डेटा चुराकर मुस्लिम कंट्री में बेच दिए हैं।
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डेटा हैक होने और आरोपी द्वारा ट्विटर पर शेयर किए जाने के बाद ऑनलाइन शॉपिंग जिवामी कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कंपनी ने दावा किया कि उसने ऐसा कोई डेटा किसी के सतब शेयर नहीं किया है। जिसके बाद आरोपी के ट्वीट के आधार पर कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस एक्शन हुआ तो सब चौंक गए। दरअसल हिन्दू महिलाओं को सावधान और सतर्क करने की नसीहत देने वाले संजय ने ही डेटा हैक किया था और इस एवज में कंपनी को ब्लैकमेल कर रहा था। राजस्थान SOG ने हैकिंग को डिकोड करते हुए आरोपी पर शिकंजा कसा है।
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आरोपी ने अपने ट्विटर अकाउंट Cyber_Huntss पर जिवामी कंपनी को टैग करते हुए लिखा, ”आपने 15 लाख हिंदू लड़कियों की डिटेल से समझौता किया है, जिसमें उनके नाम, मोबाइल नंबर, प्रोफेशन, पता और उनके ऑनलाइन ऑर्डर की डिटेल शामिल हैं। ये सभी डिटेल पहले ही मुसलमानों को साझा कर दिए गए हैं। क्या आप चाहते हैं कि आपके असुरक्षित सर्वर के कारण हिंदू लड़कियां प्रभावित हों ? मेरे सभी वकील दोस्त इस कंपनी पर मुकदमे करें। इसने हिंदू लड़कियों के पर्सनल डेटा से कॉम्प्रोमाइज किया है। सबूत के तौर पर कुछ सैंपल पोस्ट कर रहा हूं।
डेटा हैकिंग की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी संजय पेशे से BCA ग्रेजुएट है। उसने 3 साल कड़ी देशों में बतौर इंजीनियर नौकरी की है। जिसके बाद वो उदयपुर वापस लौट आया था। सोशल मीडिया पर आरोपी खुद को कट्टर हिन्दू दिखाता और लव जिहाद जैसे कई मुद्दों पर जमकर ट्वीट करता है। आरोपी संजय के ट्वीट के बाद कंपनी ने 1500 डॉलर देकर पीछा छुड़ाना चाहा। लेकिन संजय शातिर है, जैसे ही कंपनी से 1500 डॉलर मिले, उसने अगले दिन एक और ट्वीट किया और ब्लैकमेलिंग जारी रखी। कंपनी से हैकर्स ने 3 बार 300-300 डॉलर और एक बार हजार डॉलर लिए। यानी कुल 3100 डॉलर वसूले गए। इसमें से 1 हजार डॉलर संजय के खाते में जमा हुए। बाकी राशि दूसरे हैकर्स के खाते में डाली गई।
मामले में 3100 डॉलर देने के बाद जब संजय ने और पैसों की डिमांड की तो जिवामी कंपनी ने ब्लैकमेल और डेटा हैक करने का केस दर्ज कराया। जिसके बाद राजस्थान SOG ने मामले की जांच और छानबीन शुरू की। पुलिस टीम ने 31 मई को ट्वीट और लोकेशन को डिकोड करते हुए आरोपी पर शिकंजा कसा। आरोपी के पास से कई स्मार्टफोन, लैपटॉप और संदिग्ध सामान जो साइबर डेटा हैकिंग में काम आते हैं, बरामद किया गया है। आरोपी अभी पुलिस रिमांड पर है। उसके लैपटॉप और मोबाइल फ़ोन को खंगाला जा रहा है। अन्य आरोपियों के बारे में संजय से पूछताछ की जा रही है।
मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। डेटा लीक करने के मामले की जांच की जा रही है। कंपनी को ब्लैकमेल करके धन उगाही की बात सामने आने के बाद आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया था।
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