नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा है कि प्रदेश निवेशकों के लिए आकर्षक गंतव्य के रूप में उभर रहा है। कंपनियों ने फरवरी, 2023 में राज्य निवेशक शिखर सम्मेलन के दौरान जो प्रतिबद्धता जतायी थी, उसमें से दो साल से भी कम समय में 10 लाख करोड़ रुपये की 14,000 परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि इसमें से 2.6 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का वाणिज्यिक परिचालन शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि फरवरी, 2023 में आयोजित उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में 40 से अधिक देशों ने भाग लिया था। इस दौरान विनिर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा और बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न क्षेत्रों में 19,000 से अधिक समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
मंत्री ने कहा कि शिखर सम्मेलन के एक वर्ष के भीतर आधारशिला कार्यक्रम 4.0 का आयोजन किया गया और 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाली लगभग 14,000 परियोजनाएं शुरू की गईं।
मंत्री ने कहा कि 17 जनवरी, 2025 तक 2.6 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा चुका है।
वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने वाली कुछ प्रमुख कंपनियों में उर्वशी इन्फ्राटेक (3,400 करोड़ रुपये), एबी मौरी (1,677 करोड़ रुपये), जे के सीमेंट (1,200 करोड़ रुपये), वंडर सीमेंट (834 करोड़ रुपये), बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड (800 करोड़ रुपये) और मून बेवरेजेज (756 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
गुप्ता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश को एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करने सहित बहुआयामी रणनीति अपनाई है।
उन्होंने कहा कि राज्य बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करके, निवेशक अनुकूल नीतियां बनाकर और कुशल कार्यबल का उपयोग करके अपने आर्थिक लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
भाषा अनुराग रमण
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)