नयी दिल्ली : दूरसंचार सचिव के राजारमन ने सार्वजनिक क्षेत्र के दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास संगठन सी-डॉट से 6जी और भविष्य की अन्य प्रौद्योगिकियों पर काम शुरू करने को कहा है। एक बयान में रविवार को यह जानकारी दी गई।
दूरसंचार सचिव ने कहा कि समय पर वैश्विक बाजार तक पकड़ बनाने के लिए भविष्य की प्रौद्योगिकियों पर काम शुरू करना जरूरी है। सैमसंग, हुवावेई, एलजी और कुछ अन्य कंपनियों ने 6जी प्रौद्योगिकी पर काम करना शुरू कर दिया है। इसे 5जी की तुलना में 50 गुना तेज बताया जा रहा है। 6जी के 2028 से 2030 के बीच आने की उम्मीद है।
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एक गणना के अनुसार, 5जी की अधिकतम डाउनलोड स्पीड 20 गीगाबिट (जीबीपीएस) मानी जाती है। हालांकि, वोडाफोन आइडिया ने भारत में परीक्षणों के दौरान 3.7 जीबीपीएस की अधिकतम गति हासिल करने का दावा किया है। सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) ने बयान में कहा, ‘‘दूरसंचार सचिव ने सी-डॉट से उभरती प्रौद्योगिकियों पर निगाह रखने को कहा है। उन्होंने सी-डॉट से 6जी और भविष्य की अन्य प्रौद्योगिकियों पर काम शुरू करने को कहा है जिससे भारत वैश्विक बाजारों से पिछड़े नहीं।’’
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दूरसंचार विभाग के अनुसार 5जी प्रौद्योगिकी 4जी की तुलना में दस गुना अधिक डाउनलोड स्पीड देने में सक्षम होगी। साथ ही यह तीन गुना अधिक स्पेक्ट्रम दक्षता प्रदान करेगी।
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