हम बिहार को भारत के अगले वृद्धि के इंजन के रूप में देखते हैं : उद्योग सचिव प्रेयसी |

हम बिहार को भारत के अगले वृद्धि के इंजन के रूप में देखते हैं : उद्योग सचिव प्रेयसी

हम बिहार को भारत के अगले वृद्धि के इंजन के रूप में देखते हैं : उद्योग सचिव प्रेयसी

Edited By :  
Modified Date: December 19, 2024 / 03:19 PM IST
,
Published Date: December 19, 2024 3:19 pm IST

(तस्वीर के साथ)

पटना, 19 दिसंबर (भाषा) उद्योग सचिव बंदना प्रेयसी ने बृहस्पतिवार को कहा कि हम बिहार को भारत के अगले वृद्धि के इंजन के रूप में देखते हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार उद्योगों की स्थापना के लिए और अधिक भूमि अधिग्रहण करेगी तथा राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए जल्द ही पांच नए क्षेत्र-विशिष्ट नीतिगत प्रोत्साहन पेश करेगी।

यहां ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024’ शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने उद्योग तथा विनिर्माण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे विभिन्न कदमों पर प्रकाश डाला।

प्रेयसी ने कहा, ‘‘ हम बिहार को भारत के अगले वृद्धि इंजन के रूप में देखते हैं।’’

उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि बिहार को भारतीय सभ्यता तथा बौद्ध धर्म के उद्गम स्थल और दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है।

प्रेयसी ने कहा, ‘‘ अब बिहार एक नई कहानी लिख रहा है। बिहार ऐतिहासिक भूमि से औद्योगिक भूमि बन रहा है।’’

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में भौतिक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति में भी काफी सुधार हुआ है।

प्रेयसी ने कहा, ‘‘राज्य सरकार के पास पहले से ही बिहार औद्योगिक निवेश नीति-2016 है। इसके साथ ही विकास को बढ़ावा देने के लिए बिहार स्टार्टअप नीति, बिहार आईटी नीति, बिहार लॉजिस्टिक्स नीति, कपड़ा तथा चमड़ा नीति, बिहार पर्यटन नीति, निर्यात प्रोत्साहन नीति और क्रय मूल्य वरीयता नीति जैसी कुछ क्षेत्र-विशिष्ट नीतियां भी हैं।’’

उन्होंने कहा कि इन क्षेत्र-विशिष्ट नीतियों की उद्योग जगत द्वारा सराहना की गई है और ‘‘हम शीघ्र ही और अधिक क्षेत्र-विशिष्ट नीतियां लेकर आ रहे हैं।’’

प्रेयसी ने कहा कि इनमें बिहार खाद्य प्रसंस्करण नीति-2024; बिहार-औषधि संवर्द्धन नीति-2024; बिहार प्लास्टिक विनिर्माण प्रोत्साहन नीति-2024; जैव ईंधन उत्पादन प्रोत्साहन नीति-2024 और बिहार लकड़ी आधारित उद्योग नीति-2024 शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम अब बिहार के हर जिले में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में हैं। इसके लिए पहले ही मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल गई है।’’

सचिव ने कहा कि सरकार स्टार्टअप और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है।

बिहार सरकार राज्य में निवेश आकर्षित लाने तथा रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के लिए यहां वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024’ के दूसरे संस्करण का आयोजन कर रही है।

इसके पिछले साल आयोजित पहले संस्करण में 50,500 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किए गए थे। उद्योग विभाग को इस साल इससे अधिक निवेश हासिल करने की उम्मीद है।

भाषा रमण अजय निहारिका अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)