Vistara Last Flight Today: टाटा ग्रुप की विस्तारा ने देश के हवाई यात्रियों को कई यादगार लम्हें दिए हैं। विस्तारा देश की पहली लग्जरी एयरलाइन थी लेकिन आज के बाद यह इतिहास का हिस्सा बन जाएगी। दरअसल, टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी वाली एयरलाइंस कंपनी विस्तारा का एयर इंडिया में मर्जर होने जा रहा है और आज इसके विमान आखिरी उड़ान भरेंगे। इसके बाद पहले महीने में Vistara Air Ticket वाले 1,15,000 से ज्यादा यात्री एयर इंडिया की फ्लाइट्स में यात्रा करेंगे। 12 नवंबर से इसका मर्जर एयर इंडिया में हो जाएगा और इसके बाद इसका पूरा ऑपरेशन एयर इंडिया द्वारा ही संचालित किया जाएगा।
2013 में हुई थी विस्तारा की शुरुआत
एयर इंडिया देश की पहली एयरलाइन थी। इसकी शुरुआत 1932 में जेआरडी टाटा ने की थी। तब इसका नाम टाटा एयरलाइंस था। लेकिन, देश आजादी होने के बाद टाटा एयरलाइंस का राष्ट्रीयकरण हो गया और इसे एयर इंडिया नाम मिला। टाटा ग्रुप को हमेशा अपनी एयरलाइन न होने की कमी खलती थी और उसने 2013 में विस्तारा को शुरू किया। वहीं, Vistara आज अपनी आखिरी फ्लाइट ऑपरेट करेगी और एयर इंडिया में विलय के बाद एयरलाइन अब ‘2’ से शुरू होने वाले फ्लाइट कोड के साथ काम करती नजर आएगी।
विस्तारा ने पोस्ट शेयर कर दी जानकारी
कंपनी (Vistara Airlines) ने अपने ग्राहकों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर X के जरिए पोस्ट शेयर कर अपडेटेड जानकारी दी और कहा कि, ‘क्लब विस्तारा ने एयर इंडिया फ्लाइंग रिटर्न्स के साथ हाथ मिलाकर महाराजा क्लब बनने का फैसला किया है। कृपया ध्यान दें कि नए साइन-अप सहित आपके खाते तक पहुंच उपलब्ध नहीं होगी. आप 12 नवंबर से http://airindia.com पर अपने खाते तक पहुंच सकेंगे, थैंक्यू।’ कंपनी की ओर से कहा गया है कि यात्रियों को विस्तारा जैसा ही अनुभव होगा।
2022 में हुआ था मर्जर का ऐलान
Air India-Vistara मर्जर का ऐलान 29 नवंबर, 2022 को किया गया था और इसकी डेडलाइन 12 नवंबर तय की गई थी, जो कि कल है। खास बात ये है कि दोनों एयरलाइंस के मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस, एयर इंडिया में 3195 करोड़ रुपये का अतिरिक्त इन्वेस्टमेंट करेगी, जिसके चलते उसकी एयर इंडिया में 25.1 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी। बता दें कि Vistara Airlines की शुरुआत टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस द्वारा मिलकर 2015 में की गई थी और इसमें जिसमें Singapore Airlines की 49%, जबकि टाटा ग्रुप की 51% हिस्सेदारी थी।