मुंबई, 10 नवंबर (भाषा) एयर इंडिया और विस्तारा के विलय से पहले एयर इंडिया के पायलटों का एक तबका टाटा समूह के स्वामित्व वाली दोनों एयरलाइंस के पायलटों के लिए सेवानिवृत्ति की अलग-अलग आयु सीमा को लेकर नाखुश है।
सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि प्रबंधन ने अभी तक इस मुद्दे का समाधान नहीं किया है। विस्तारा का सोमवार को एयर इंडिया के साथ विलय हो जाएगा।
वर्ष 2022 की शुरुआत में टाटा के स्वामित्व में आई एयर इंडिया के पायलटों एवं अन्य कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष है। वहीं टाटा समूह की ही दूसरी एयरलाइन विस्तारा में यह सीमा 60 वर्ष है।
सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिया के पायलटों के एक वर्ग में नाराजगी बढ़ रही है, क्योंकि प्रबंधन ने अभी तक विलय के बाद बनी इकाई के लिए एकसमान सेवानिवृत्ति आयु तय नहीं की है।
एयर इंडिया ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की।
सूत्रों ने कहा, ”विस्तारा विलय से पहले एयर इंडिया के पायलटों के एक वर्ग में सेवानिवृत्ति की आयु सीमा को लेकर काफी नाराजगी है।”
नाम न बताने की शर्त पर एक सूत्र ने कहा कि प्रबंधन ने दो अलग-अलग सेवानिवृत्ति आयु सीमाओं के मुद्दे का अभी तक समाधान नहीं किया है।
मौजूदा डीजीसीए नियमों के तहत एक पायलट 65 वर्ष की आयु तक सेवा में रह सकता है।
एयर इंडिया ने इस साल अगस्त में कहा था कि वह चुनिंदा पायलटों को सेवानिवृत्ति के बाद पांच साल की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर बनाए रखेगी।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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