नयी दिल्ली, 20 सितंबर (भाषा) वेदांता एल्युमीनियम ने शुक्रवार को कहा कि 37 किलोमीटर लंबी सरडेगा-भालुमुड़ा रेल परियोजना से उसकी खदानों से कोयला परिवहन सुगम होने के साथ त्वरित लदान प्रणालियों के जरिये निर्बाध आपूर्ति भी सुनिश्चित होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने हाल ही में तीन रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी है जिनमें सरडेगा-भालुमुड़ा परियोजना भी शामिल है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘वेदांता एल्युमीनियम ने ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बीच सरडेगा-भालुमुड़ा रेल लाइन संपर्क परियोजना को सुगम बनाने के सरकार के फैसले का स्वागत किया है, जिसका उद्देश्य कोयला परिवहन को टिकाऊ और कुशलतापूर्वक सुगम बनाना है।’
ओडिशा में वेदांता की जामखानी और घोघरपल्ली खदानों से 100 प्रतिशत रेल-आधारित कोयला निकासी के साथ यह परियोजना कोयला ढुलाई से जुड़े कार्बन उत्सर्जन और लागत को काफी कम कर देगी।
वेदांता एल्युमीनियम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी जॉन स्लेवन ने कहा, ‘यह परियोजना वर्ष 2050 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में हमारे मौजूदा प्रयासों में एक अहम मुकाम है। यह क्षेत्रीय औद्योगिक विकास का समर्थन करेगी और स्थानीय समुदायों के लिए आर्थिक अवसर पैदा करेगी।’
वेदांता एल्युमीनियम ने वित्त वर्ष 2023-24 में 23.7 लाख टन एल्युमिनियम का उत्पादन किया जो देश का आधे से अधिक एल्युमीनियम है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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