नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) गोडिजिट के प्रवर्तक कामेश गोयल और प्रेम वत्स प्रवर्तित वैल्यूएटिक्स री ने बीमा नियामक इरडा से पुनर्बीमाकर्ता का लाइसेंस हासिल किया है।
कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि वह 210 करोड़ रुपये की शुरुआती चुकता पूंजी के साथ काम शुरू करेगी।
भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने एक आदेश में कहा कि वैल्यूएटिक्स रीइंश्योरेंस लि. को पंजीकरण प्रमाणपत्र देने की मंजूरी दे दी गई है।
वैल्यूएटिक्स री ने इरडा के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि यह पुनर्गठित नियामक परिदृश्य में विशेष रूप से पुनर्बीमा कारोबार करने के लिए पंजीकरण प्राप्त करने वाली पहली पुनर्बीमाकर्ता है। यह पुनर्बीमा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ओबेन वेंचर्स एलएलपी (कामेश गोयल प्रवर्तित) और एफएएल कॉरपोरेशन (प्रेम वत्स समर्थित और फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स लिमिटेड इसकी मूल कंपनी है) वैल्यूएटिक्स री के प्रवर्तक होंगे। ये गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लि. और गो डिजिट लाइफ इंश्योरेंस लि. के भी प्रवर्तक हैं।
इसके साथ ही कामेश गोयल और फेयरफैक्स (अपने संबंधित उपक्रमों के माध्यम से) साधारण बीमा, जीवन बीमा और पुनर्बीमा कारोबार संचालित करने के लाइसेंस प्राप्त करने वाले भारत के पहले प्रवर्तक बन जाएंगे।
इरडा से मिली मंजूरी पर कामेश गोयल ने कहा, ‘‘भारत में निजी पुनर्बीमा कंपनियों की लंबे समय से आवश्यकता थी और भारत की पहली निजी पुनर्बीमा कंपनी बनना हमारे लिए एक मील का पत्थर है।’’
उन्होंने कहा कि इसके साथ, डिजिट समूह की कंपनियां (साधारण बीमा, जीवन बीमा और पुनर्बीमा) सभी बीमा आवश्यकताओं के लिए एक ही जगह सभी प्रकार समाधान उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगी।
भाषा रमण अजय
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