नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार का उपयोग करके सेवा वितरण को और बढ़ाने पर विचार-विमर्श करने के लिए एक बैठक की। बैठक में बैंक, वित्तीय क्षेत्र और बीमा (बीएफएसआई), वित्तीय प्रौद्योगिकी और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से आयोजित ‘आधार संवाद’ के लिए लगभग 500 वरिष्ठ नीति-निर्माता, उद्योग जगत के लोग, विशेषज्ञ, बैंकों, बीमा कंपनियों, एनपीसीआई, बाजार मध्यस्थ, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और फिनटेक कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
यह बैठक ऐसे समय हुई है जब चेहरा सत्यापन के आधार पर लेन-देन की संख्या 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर गयी है। इस सुविधा को सबसे पहले अक्टूबर, 2021 में पेश किया गया था।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘यूआईडीएआई द्वारा विकसित एआई/एमएल (कृत्रिम मेधा/मशीन लर्निंग) आधारित चेहरा सत्यापन समाधान में पिछले साल बड़े पैमाने पर वृद्धि देखी जा रही है। संचयी रूप से चेहरा सत्यापन के आधार पर लेनदेन लगभग पांच महीनों में 50 करोड़ से दोगुना होकर 100 करोड़ हो गया है।’’
भाषा रमण अजय
अजय
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