नयी दिल्ली, छह जनवरी (भाषा) नागर विमानन सचिव सचिव वुमलुनमंग वुअलनम ने सोमवार को कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क (उड़ान) योजना सरकार की प्राथमिकता बनी रहेगी। उन्होंने साथ ही कहा कि 2029 तक हवाई यात्रियों की संख्या 40 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
राष्ट्रीय राजधानी में एक सम्मेलन में उन्होंने यह भी कहा कि ‘सीप्लेन’ के संचालन के लिए पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया जा रहा है।
इस बात पर जोर देते हुए कि देश के विमानन क्षेत्र के विकास की ‘विशाल संभावना’ है, उन्होंने कहा कि 10 साल पहले, यात्री यातायात 11 करोड़ था और आज यह संख्या दोगुनी होकर 22 करोड़ हो गई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2029 तक यह संख्या 40 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है और कहा कि लोगों में हवाई यात्रा की आकांक्षा है।
क्षेत्रीय हवाई संपर्क (आरसीएस) योजना या उड़ान का उद्देश्य क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ाना और साथ ही हवाई यात्रा को और अधिक सस्ता बनाना है।
वुअलनम ने कहा कि उड़ान सरकार की प्राथमिकता बनी रहेगी और हेलिकॉप्टर और सीप्लेन के संचालन को बढ़ावा देने के प्रयास भी जारी हैं।
उड़ान योजना अक्टूबर, 2016 में शुरू की गई थी।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सोना 700 रुपये टूटा, चांदी 300 रुपये मजबूत
35 mins ago