तूतीकोरिन (तमिलनाडु), 16 सितंबर (भाषा) केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने यहां सोमवार को तूतीकोरिन अंतरराष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल राष्ट्र को समर्पित किया। यह टर्मिनल निर्यातकों के लिए अपना माल सीधे खरीदारों को भेजने के लिए मुख्य संपर्क केंद्र के रूप में काम करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश में नए तूतीकोरिन अंतरराष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल (टीआईसीटी) को ‘भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे का नया सितारा’ बताया। उन्होंने कहा कि 14 मीटर से अधिक के गहरे ‘ड्राफ्ट’ और 300 मीटर से अधिक लंबे घाट के साथ यह टर्मिनल वीओ चिदंबरनार बंदरगाह की क्षमता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि नए टर्मिनल से बंदरगाह पर लॉजिस्टिक लागत कम होने और भारत के लिए विदेशी मुद्रा की बचत होने की उम्मीद है। उन्होंने वीओ चिदंबरनार बंदरगाह से संबंधित कई परियोजनाओं का उल्लेख किया जो दो साल पहले उनकी यात्रा के दौरान शुरू की गई थीं।
बंदरगाह अधिकारियों के अनुसार, टीआईसीटी सालाना लगभग 40 लाख डॉलर की विदेशी मुद्रा बचाने में मदद करेगा। साथ ही प्रति कंटेनर लगभग 200 अमेरिकी डालर की लॉजिस्टिक लागत बचाएगा। इसके अलावा यह 1,200 से अधिक व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजित करेगा और वीओसी बंदरगाह की क्षमता छह लाख टीईयू (20 फुट समतुल्य इकाई) प्रति वर्ष बढ़ाएगा।
प्रधामंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने में तमिलनाडु के समुद्री तट की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा, ‘‘तीन प्रमुख बंदरगाहों और 17 गैर-प्रमुख बंदरगाहों के साथ, तमिलनाडु समुद्री व्यापार का एक प्रमुख केंद्र बन गया है।’’
उन्होंने कहा कि बंदरगाह आधारित विकास को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र ‘आउटर हार्बर कंटेनर टर्मिनल’ के विकास में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वीओसी बंदरगाह भारत के समुद्री विकास में एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है।’’ उन्होंने कहा कि भारत दुनिया को टिकाऊ और दूरदर्शी विकास का रास्ता दिखा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक प्रमुख पक्ष बन रहा है और यह बढ़ती क्षमता हमारी आर्थिक वृद्धि की नींव है।
प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया कि यह गति भारत को जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगी और तमिलनाडु इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस अवसर पर सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा संपर्क सुविधा और बंदरगाह आधारित विकास की बात कही है। नई सरकार के कार्यकाल में 100 दिन के भीतर इस टर्मिनल का तय समय से पहले पूरा होना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
मंत्री ने कहा, ‘‘टर्मिनल को 434.17 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है और यह सार्वजनिक-निजी भागीदारी का एक बढ़िया उदाहरण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘परियोजना से क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और व्यापार तथा वाणिज्य के लिए नई संभावनाएं बनेंगी। साथ ही, भारत वैश्विक समुद्री व्यापार में स्थिति मजबूत होगी।’’
भाषा रमण अजय
अजय
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