नयी दिल्ली, 26 मार्च (भाषा) अग्रणी वैश्विक वैकल्पिक परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी टीपीजी की अगुवाई वाले गठजोड़ ने भारत और श्रीलंका में सीमेंस गमेसा के तटवर्ती पवन टर्बाइन जनरेटर विनिर्माण कारोबार में 90 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए समझौता किया है।
कंपनी बयान के अनुसार, सीमेंस गमेसा भारत और श्रीलंका में अपने पवन ऊर्जा कारोबार में शेष 10 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने पास रखेगी। हालांकि, बयान में सौदे के मूल्य का खुलासा नहीं किया गया है।
सीमेंस गमेसा, सीमेंस एनर्जी की पवन ऊर्जा अनुषंगी कंपनी है।
बयान में कहा गया कि मुरुगप्पा परिवार के चुनिंदा सदस्यों की निजी कंपनी एमएवीसीओ इन्वेस्टमेंट्स, सीमेंस गमेसा के निरंतर निवेश के अलावा टीपीजी के साथ मिलकर महत्वपूर्ण अल्पांश निवेश करेगी।
जेएसडब्ल्यू एनर्जी के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रशांत जैन भी इस उद्यम में जलवायु परिवर्तन भागीदार के रूप में अल्पांश हिस्सेदारी लेंगे।
इस समझौते में भारत और श्रीलंका में तटीय पवन टर्बाइन का विनिर्माण, स्थापना और सेवा शामिल है।
टीपीजी के साझेदार एवं एशिया जलवायु प्रमुख अंकुर थडानी ने कहा, ‘‘ हमारा मानना है कि तटीय पवन ऊर्जा भारत के हरित ऊर्जा मिश्रण में बढ़ती भूमिका निभाती रहेगी..’’
एमएवीसीओ के वेल्लयन सुब्बैया ने कहा, ‘‘ यह सहयोग इस क्षेत्र में दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा देगा तथा भारत के सतत ऊर्जा की ओर बदलाव को और मजबूत करेगा।’’
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