नयी दिल्ली, 26 मार्च (भाषा) केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को पर्यटन उद्योग से व्यापक स्तर पर विस्तार का आह्वान करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बन सकता है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र हमारे देश का विकास इंजन है। भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और देश के पर्यटन क्षेत्र में भी समान गति से प्रगति करने की काफी संभावनाएं हैं।
शेखावत ने एफएचआरएआई (फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया) की तरफ से आयोजित ‘पर्यटन सतत शिखर सम्मेलन’, 2025 को संबोधित करते हुए पर्यटन उद्योग से क्षेत्र में व्यापक स्तर पर विस्तार करने को कहा।
मंत्री ने कहा, ‘‘आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बन सकता है।’’
मंत्री ने इस क्षेत्र के सामने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों का भी जिक्र किया, जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा पर्यटन क्षेत्र गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है और इस पर उद्योग जगत को गहन विचार-विमर्श की आवश्यकता है। यदि हम अपने विकास के लक्ष्य तय करें और उसी के अनुसार कार्य करें, तो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।’’
पर्यटन मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव सुमन बिल्ला ने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) पर्यटन क्षेत्र के विकास में योगदान कर सकता है क्योंकि बड़ी संख्या में पर्यटक ऐप आधारित सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत 2047 तक पर्यटन क्षेत्र में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बनने की आकांक्षा रखता है। अतुल्य भारत को सर्वश्रेष्ठ वैश्विक मानकों को अपनाना चाहिए।’’
एफएचआरएआई के अध्यक्ष के. श्याम राजू ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन पर्यटन उद्योग की समस्याओं के लिए बेहतर समाधान खोजने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि हमारे देश में विशाल प्राकृतिक संसाधन हैं और इन स्थानों को आकर्षक पर्यटन स्थलों में परिवर्तित किया जा सकता है। इस तरह की नवोन्मेषी सोच और प्राकृतिक स्थलों में रुचि दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।
भाषा रमण अजय
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