नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) दवा कंपनी टॉरेंट फार्मास्युटिकल्स, अरविंदो फार्मा और कैडिला फार्मास्युटिकल्स को फाइजर की खाई जाने वाली एंटीवायरल कोविड-19 दवा ‘पैक्सलोविड’ के जेनेरिक संस्करण के विनिर्माण एवं बिक्री के लिए भारत समेत 95 देशों से मंजूरी मिल गई है।
इन कंपनियों को मेडिसिन पेटेंट पूल (एमपीपी) के साथ उप-लाइसेंस समझौता करने के लिए विभिन्न देशों से यह मंजूरी मिली है।
एमपीपी दरअसल संयुक्त राष्ट्र स्थित एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन है, जो निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए जीवनरक्षक दवाओं तक पहुंच बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।
टॉरेंट फार्मास्युटिकल्स ने कहा कि उसने पेटेंट का उपयोग करने के लिए एक गैर-हस्तांतरणीय, गैर-उप लाइसेंस योग्य लाइसेंस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
कंपनी के कार्यकारी निदेशक अमन मेहता ने कहा, ‘‘हम एमपीपी के साथ इस समझौते से खुश है। यह समझौता मरीजों के लिए कोविड-19 के उपचार की पहुंच को आसान बनाने के हमारे निरंतर प्रयास का हिस्सा है।’’
भाषा जतिन अजय
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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