मुंबई : वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच बैंकिंग, ऊर्जा और वाहन क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में उछाल के साथ घरेलू शेयर बाजारों में पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया और सोमवार को सेंसेक्स 180 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 180.22 अंक यानी 0.34 प्रतिशत बढ़कर 52,973.84 पर पंहुचा गया। दिन में कारोबार के दौरान यह एक समय 634.66 अंक के उछाल के साथ 53,428.28 अंक तक गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 60.15 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की बढ़त लेकर 15,842.30 अंक पर बंद हुआ। इस तरह सात सत्रों में पहली बार निफ्टी में मजबूती आई है।
Read more : बिलासपुर में आधा दर्जन थाना प्रभारियों का तबादला, SSP पारुल माथुर ने जारी आदेश
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘बढ़ती मुद्रास्फीति और इसके विवेकाधीन खर्च पर प्रभाव के चलते निवेशकों के चिंता के बीच वाहन और बैंक शेयरों ने स्थानीय बाजार को बढ़त दर्ज करने में मदद की।’’ सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी के शेयरों में सबसे अधिक 3.05 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। बजाज फाइनेंस, मारुति, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, टाइटन और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए।
Read more : शादी के दिन हुई ऐसी हरकत, सुहागरात की सेज की जगह अस्पताल पहुंच गई दुल्हन
वहीं दूसरी तरफ आईटी और एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में गिरावट ने बाजार में बढ़त को सीमित कर दिया। इस दौरान, अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर में सबसे अधिक 3.01 प्रतिशत की गिरावट हुई। एशियन पेंट्स, आईटीसी और टीसीएस के शेयर भी टूट गए। इसके अलावा बीएसई मिडकैप 1.51 फीसदी बढ़कर 22,145.10 अंक पर तथा बीएसई स्मॉलकैप 1.15 प्रतिशत की बढ़त लेकर 25,605.99 अंक पर पहुंच गया। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और चीन के शंघाई कंपोजिट में मामूली गिरावट दर्ज की गई। यूरोपीय शेयर बाजार दोपहर के सत्र में मिले-जुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी शेयर बाजारों में शुक्रवार को मजबूती रही।
Read more : SBI ग्राहकों को बड़ा झटका, फिर बढ़ गई लोन की EMI, बैंक ने MCLR दरों में किया इतने का इजाफा
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 111 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ’’विदेशी संस्थागत निवेशक ऊंचा रिटर्न दे रहे अमेरिकी बांडों में निवेश कर रहे हैं, ऐसे में भारतीय बाजारों में उनकी बिकवाली का सिलसिला जारी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नकारात्मक वैश्विक संकेतों के कारण वैश्विक शेयर बाजारों में कमजोरी के चलते अंतिम घंटे में भारी बिकवाली हुई।’’ शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों का घरेलू बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। उन्होंने शुक्रवार को 3,780.08 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
खबर वाहन बिक्री
39 mins ago