(तस्वीर के साथ)
गांधीनगर, 13 जनवरी (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को बैंकों एवं शेयर बाजारों जैसे डिजिटल बुनियादी ढांचे को बाधित करने के लिए प्रौद्योगिकी के बढ़ते दुरुपयोग के बीच इन प्रणालियों की सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी जानने वाले कार्यबल की जरूरत पर जोर दिया।
सीतारमण ने यहां ‘राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय’ (आरआरयू) के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ निहित स्वार्थों या नकारात्मक ताकतों द्वारा प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि कुछ लोगों को पसंद नहीं आ सकती है।
वित्त मंत्री ने कहा कि आरआरयू से उत्तीर्ण होने वाले छात्र देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिसमें डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की सुरक्षा भी शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत जैसे बड़े देश के लिए सुरक्षा केवल सीमाओं की देखभाल करना ही नहीं है। आज प्रौद्योगिकी सीमाओं का इंतजार नहीं करती। उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी जितनी उपलब्ध है, कुछ निहित स्वार्थों या नकारात्मक ताकतों द्वारा उसका दुरुपयोग भी किया जा रहा है।’’
सीतारमण ने कहा कि भारत की वृद्धि कुछ ‘लोगों’ को पसंद नहीं आ सकती। उन्होंने कहा, ‘‘यह मानना अहम है कि भारत हमारे सभी प्रतिस्पर्धियों की नजर में बढ़ रहा है। भारत उन लोगों की नजर में भी बढ़ रहा है जो उभरते लोकतंत्र की ऐसी वृद्धि को आश्चर्यजनक मानते हैं।’’
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग बैंक, शेयर बाजार, भुगतान संस्थान, ई-कॉमर्स पोर्टल और कैब-बुकिंग ऐप जैसी डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना एवं प्रतिष्ठानों के लिए खतरा हो सकता है।
सीतारमण ने कहा, ‘‘हमें देश के भीतर ऐसे बलों की भी जरूरत है जो प्रौद्योगिकी के जानकार हों और हमारे सामने मौजूद खतरों के प्रति सचेत हों, ताकि हमारे डिजिटल बुनियादी ढांचे की रक्षा की जा सके।’’
भाषा प्रेम प्रेम अजय
अजय
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