टाटा अपने आप में एक संस्थान थे: जी. पी. हिंदुजा |

टाटा अपने आप में एक संस्थान थे: जी. पी. हिंदुजा

टाटा अपने आप में एक संस्थान थे: जी. पी. हिंदुजा

:   Modified Date:  October 10, 2024 / 05:54 PM IST, Published Date : October 10, 2024/5:54 pm IST

नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर (भाषा) हिंदुजा समूह के चेयरमैन जी. पी. हिंदुजा ने बृहस्पतिवार को कहा कि रतन टाटा न केवल भारत के अग्रणी और महानतम कारोबारी दिग्गज थे, बल्कि वह अपने आप में एक संस्थान थे।

टाटा संस के मानद चेयरमैन के निधन पर अपने शोक संदेश में हिंदुजा ने कहा कि टाटा हमेशा उन अनगिनत भारतीयों के बीच जीवित रहेंगे, जिन्हें उन्होंने अपने पेशेवर तथा परोपकारी कार्यों से प्रभावित किया।

उन्होंने कहा, ‘‘ रतन टाटा न केवल भारत के अग्रणी और महानतम कारोबारी दिग्गज थे, बल्कि वह अपने आप में एक संस्थान थे। रतन ने टाटा विरासत को वैश्विक स्तर पर ले जाकर इसमें कई चिरस्थायी अध्याय जोड़े।’’

रतन टाटा को भारत की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व बताते हुए हिंदुजा ने कहा, ‘‘ वह हमेशा उन अनगिनत भारतीयों में जीवित रहेंगे, जिन्हें उन्होंने अपने पेशेवर और परोपकारी कार्यों से प्रभावित किया।’’

टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने बुधवार रात मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे।

भाषा निहारिका अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)