टाटा स्टील ने ब्रिटिश संयंत्र में हड़ताल की वैधता को चुनौती दी, कारखाना बंद होने की आशंका |

टाटा स्टील ने ब्रिटिश संयंत्र में हड़ताल की वैधता को चुनौती दी, कारखाना बंद होने की आशंका

टाटा स्टील ने ब्रिटिश संयंत्र में हड़ताल की वैधता को चुनौती दी, कारखाना बंद होने की आशंका

:   Modified Date:  June 28, 2024 / 05:15 PM IST, Published Date : June 28, 2024/5:15 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 28 जून (भाषा) इस्पात उत्पादक टाटा स्टील ने शुक्रवार को कहा कि वह ब्रिटेन के पोर्ट टाल्बोट में स्थित संयंत्र के कर्मचारियों की प्रस्तावित हड़ताल की वैधता को चुनौती देने के लिए कानूनी कदम उठाने को मजबूर है।

टाटा समूह की इस्पात कंपनी ने आगाह किया कि औद्योगिक हड़ताल के बीच पोर्ट टाल्बोट में उसके ब्लास्ट फर्नेस का परिचालन रोकना पड़ सकता है।

टाटा स्टील ने जून के अंत तक इस संयंत्र के एक ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने की योजना बनाई थी जबकि दूसरे फर्नेस को सितंबर तक बंद करने की तैयारी थी।

हालांकि इस संयंत्र के कर्मचारी संगठन ‘यूनाइट द यूनियन’ की तरफ से आठ जुलाई से हड़ताल पर जाने की घोषणा को देखते हुए फर्नेस को समय से पहले ही बंद करने की नौबत पहले आ सकती है।

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कर्मचारी संगठन के आठ जुलाई से एकतरफा हड़ताल की घोषणा के बाद टाटा स्टील दुर्भाग्यवश यूनाइट के मतपत्र की वैधता को चुनौती देने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू करने को मजबूर है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आने वाले दिनों में हम इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हो पाते कि हड़ताल के दौरान हम अपनी परिसंपत्तियों को सुरक्षित और स्थिर रूप से संचालित करना जारी रख पाएंगे, तो हमारे पास पोर्ट टाल्बोट संयंत्र में भारी परिचालन (दोनों फर्नेस समेत) को रोकने या बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।’’

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह कोई ऐसा निर्णय नहीं है जिस पर हम गंभीरता से ध्यान न दें.. हम मानते हैं कि यह अत्यंत महंगा साबित होगा तथा आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान उत्पन्न करेगा। लेकिन हमारे संयंत्र पर या उसके आसपास के लोगों की सुरक्षा को हमेशा हर बात से अधिक प्राथमिकता दी जाएगी।’’

‘यूनाइट द यूनियन’ की महासचिव शेरोन ग्राहम ने टाटा स्टील की प्रतिक्रिया को नजरअंदाज करते हुए कहा, ‘‘टाटा ने अपने ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने का बयान तीन महीने पहले ही जारी कर दिया है। यह धमकियों की एक लंबी शृंखला में नवीनतम कड़ी है, जो हमें रोक नहीं पाएगी।’’

उन्होंने कहा कि संगठन के इस अभियान का मकसद नौकरियां नहीं हैं, बल्कि पोर्ट टाल्बोट एवं साउथ वेल्स के हजारों श्रमिकों के लिए इस देश में इस्पात निर्माण के दीर्घकालिक भविष्य को सुरक्षित करना है।

भाषा निहारिका प्रेम

प्रेम

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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