अदाणी समूह से कथित रूप से जुड़े व्यक्ति के स्विस खाते जब्त, समूह का संबंध होने से इनकार |

अदाणी समूह से कथित रूप से जुड़े व्यक्ति के स्विस खाते जब्त, समूह का संबंध होने से इनकार

अदाणी समूह से कथित रूप से जुड़े व्यक्ति के स्विस खाते जब्त, समूह का संबंध होने से इनकार

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Modified Date: September 13, 2024 / 03:46 PM IST
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Published Date: September 13, 2024 3:46 pm IST

नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने धन शोधन जांच के तहत ताइवान के एक व्यक्ति के स्विस बैंक खातों में जमा 31.1 करोड़ डॉलर (2,610 करोड़ रुपये) को जब्त कर लिया है। अधिकारियों को संदेह है कि वह अदाणी समूह का मुखौटा हो सकता है।

हालांकि, समूह ने इस आरोप का पुरजोर तरीके से खंडन करते हुए कहा कि वह न तो किसी स्विस अदालती कार्यवाही में शामिल है और न ही उसका कोई खाता जब्त हुआ है।

अमेरिका की शोध एवं निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में ‘स्विट्जरलैंड की मीडिया कंपनी द्वारा जारी ‘स्विस आपराधिक रिकॉर्ड’ का हवाला देते हुए कहा कि ‘स्विस अधिकारियों ने अदाणी से संबंधित धनशोधन और प्रतिभूतियों में जालसाजी की जांच के तहत स्विस बैंक खातों में 31 करोड़ डॉलर से अधिक की राशि जब्त की है। यह जांच 2021 की शुरुआत में हुई थी।’

हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट के हवाले से कहा, “अभियोजकों ने विस्तार से बताया कि कैसे अदाणी से जुड़े एक व्यक्ति ने अपारदर्शी बीवीआई/मॉरीशस और बरमूडा कोष में निवेश किया। इस कोष में ज्यादातर अदाणी के शेयर थे।”

हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले साल अदाणी समूह पर निशाना साधते हुए एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसके अगले कुछ सप्ताह में समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार मूल्य में 150 अरब डॉलर की गिरावट आई थी।

इस बीच, अदाणी समूह ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उसका स्विट्जरलैंड में किसी भी अदालती कार्यवाही से कोई संबंध नहीं है।

समूह ने बयान में कहा, “हम इन निराधार आरोपों को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं। अदाणी समूह का किसी भी स्विस अदालती कार्यवाही में कोई संबंध नहीं है, न ही हमारी कंपनियों के किसी भी खाते को किसी प्राधिकरण ने जब्त किया है।”

बयान के अनुसार, “यहां तक ​​कि कथित आदेश में भी स्विस न्यायालय ने न तो हमारी समूह कंपनियों का उल्लेख किया है, न ही हमें किसी ऐसे प्राधिकरण या नियामक निकाय से स्पष्टीकरण या जानकारी के लिए कोई अनुरोध प्राप्त हुआ है। हम दोहराते हैं कि हमारी विदेशी होल्डिंग संरचना पारदर्शी है तथा उसमें सभी प्रासंगिक कानूनों का अनुपालन किया गया है।”

अदाणी समूह ने कहा, ‘‘आरोप ‘स्पष्ट रूप से निरर्थक, तर्कहीन और बेतुके हैं। हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हमारे समूह की प्रतिष्ठा और बाजार मूल्य को अपूरणीय क्षति पहुंचाने के लिए एकजुट होकर काम करने वाले उन्हीं लोगों द्वारा किया गया एक और सुनियोजित प्रयास है।’’

बयान में कहा गया, “अदाणी समूह पारदर्शिता और सभी कानूनी एवं नियामकीय आवश्यकताओं के अनुपालन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

स्विट्जरलैंड की मीडिया कंपनी ‘गोथम सिटी’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि “फेडरल क्रिमिनल कोर्ट (एफसीसी) के एक फैसले से पता चलता है कि जिनेवा लोक अभियोजक कार्यालय कथित गलत कामों की जांच कर रहा था और अरबपति गौतम अदाणी से कथित रूप से जुड़े (फ्रंट मैन) व्यक्ति की 31 करोड़ डॉलर से अधिक की राशि पिछले तीन वर्षों में पांच स्विस बैंकों में जब्त की गई है।

स्विस जांचकर्ताओं को संदेह है कि सहयोगी, जांच के तहत आये चांग चुंग-लिंग कंपनी का अंतिम लाभकारी मालिक नहीं है, बल्कि केवल एक मुखौटा है।

हालांकि, अदाणी समूह ने कहा कि अदालत का आदेश उनसे जुड़ा नहीं है और इसमें उनका उल्लेख नहीं किया गया है।

समूह ने कहा, ‘‘यहां तक ​​कि कथित आदेश में भी स्विस कोर्ट ने न तो हमारी समूह कंपनियों का उल्लेख किया है, न ही हमें किसी ऐसे प्राधिकरण या नियामक निकाय से स्पष्टीकरण या जानकारी के लिए कोई अनुरोध प्राप्त हुआ है। हम दोहराते हैं कि हमारी विदेशी होल्डिंग संरचना पारदर्शी और सभी प्रासंगिक कानूनों के अनुरूप है।”

चांग चुंग-लिंग का नाम पहली बार 2023 हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सामने आया था, जिसमें अदाणी समूह पर शेयर बाजार में हेरफेर, खातों में धोखाधड़ी और धन शोधन का आरोप लगाया गया था। अदाणी समूह ने बार-बार सभी आरोपों से इनकार किया है।

उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने विदेशी कोष के माध्यम से अदाणी के शेयरों को खरीद-बिक्री कर काफी मुनाफा कमाया और वे ग्रोमोर के एकमात्र निदेशक थे। यह कथित तौर पर मॉरीशस स्थित एक मुखौटा कंपनी है, जिसका इस्तेमाल धन की हेराफेरी के लिए किया जाता है।

हिंडनबर्ग के अनुसार, ग्रोमोर ने अडानी पावर के साथ शेयर विलय के माध्यम से रातोंरात 42.3 करोड़ डॉलर का लाभ कमाया था।

चुंग-लिंग के बेटे चांग चिएन-टिंग की पहचान पीएमसी प्रोजेक्ट्स (इंडिया) के कथित एकमात्र लाभकारी मालिक के रूप में की गई थी, जो ग्रोमोर और अदाणी ग्लोबल के साथ ऐसी फर्में थीं जिनकी बाजार नियामक सेबी ने संबंधित-पक्ष लेनदेन के लिए जांच की थी। सेबी की जांच का नतीजा अभी पता नहीं चला है।

स्विस मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 10 सितंबर, 2024 को प्रकाशित नौ अगस्त, 2024 के एक अदालती आदेश में कहा गया था कि अदाणी समूह पर ‘धन शोधन और गबन सहित अवैध गतिविधियों में शामिल होने का संदेह है।’

चांग चुंग-लिंग द्वारा नियंत्रित एक इकाई ने अदाणी समूह द्वारा उसे सौंपी गई धनराशि का एक बड़ा हिस्सा ‘अपारदर्शी कोष’ में निवेश किया।

भाषा अनुराग रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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