कोलंबो, 19 दिसंबर (भाषा) श्रीलंका ने चार साल में पहली बार वाहनों के आयात पर से प्रतिबंध हटाने की घोषणा की है।
कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद 2020 में विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव को कम करने के लिए वाहनों के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया था।
बुधवार को जारी राजपत्र के अनुसार, 2020 की शुरुआत के बाद पहली बार सार्वजनिक परिवहन वाहनों के आयात की अनुमति दी गई है।
वित्त मंत्रालय ने कहा, वाहन आयात पर प्रतिबंध लगाने की नीति कोविड-19 वैश्विक महामारी और 2022 की आर्थिक मंदी के कारण विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव को कम करने के इरादे से लागू की गई थी।
श्रीलंका राष्ट्रपति अनुर कुमार दिसानायक ने बुधवार को संसद को संबोधित करते हुए कहा कि निजी उपयोग के लिए कारों के आयात की अनुमति फरवरी 2025 से दी जाएगी।
हालांकि, यह निर्णय कई नियमों के दायरे में आता है ताकि द्वीप राष्ट्र के विदेशी मुद्रा भंडार बनाने के प्रयासों पर इसका असर न हो।
सभी आयातकों को अपना माल तीन महीने के भीतर बेचना होगा, अन्यथा तीन प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा।
बयान में कहा गया, ‘‘ ये शर्तें देश के विदेशी मुद्रा भंडार की सुरक्षा के इरादे से लगाई गई हैं, ताकि अत्यधिक संख्या में वाहनों के आयात को हतोत्साहित किया जा सके। आयातकों द्वारा भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा खर्च करते हुए मोटर वाहनों का अनावश्यक भंडार रखने से रोका जा सके।’’
वाहन आयातकों के संगठन ने इस कदम की सराहना की है। वे काफी समय से आयात प्रतिबंध हटाने का सरकार से आग्रह कर रहे थे।
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