स्पेक्ट्रम नीलामी दूसरे दिन ही समाप्त, 12 प्रतिशत से भी कम की बोलियां मिलीं |

स्पेक्ट्रम नीलामी दूसरे दिन ही समाप्त, 12 प्रतिशत से भी कम की बोलियां मिलीं

स्पेक्ट्रम नीलामी दूसरे दिन ही समाप्त, 12 प्रतिशत से भी कम की बोलियां मिलीं

:   Modified Date:  June 26, 2024 / 04:48 PM IST, Published Date : June 26, 2024/4:48 pm IST

नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) भारत की स्पेक्ट्रम नीलामी दूसरे दिन बोली शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर ही समाप्त हो गई।

इसमें दूरसंचार कंपनियों ने कुल मिलाकर 11,300 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का स्पेक्ट्रम खरीदा, जो कि सरकार द्वारा बिक्री के लिए रखी गई रेडियो तरंगों के अनुमानित मूल्य 96,238 करोड़ रुपये का 12 प्रतिशत से भी कम है।

मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि नीलामी में 800 मेगाहर्ट्ज से 26 गीगाहर्ट्ज के बीच कुल 10 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की पेशकश की गई। कुल 11,340 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं। अनुमान है कि सात दौर की बोलियों में केवल 140-150 मेगाहर्ट्ज ही बेचे गए हैं।

नीलामी के पहले दिन 25 जून को पांच दौर की बोलियां लगाई गईं। बुधवार को ज्यादा बोलियां नहीं मिलीं जिसके कारण अधिकारियों ने पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे नीलामी समाप्त करने की घोषणा कर दी।

इस 2024 की नीलामी में 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, 2,500 मेगाहर्ट्ज, 3,300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड की पेशकश की गई थी।

इस बार स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां उम्मीद से बेहद कम मिलीं। बाजार पर्यवेक्षकों ने सीमित बोली की अपेक्षा ही की थी क्योंकि दूरसंचार कंपनियां मुख्य रूप से स्पेक्ट्रम नवीनीकरण पर और अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए रेडियो तरंगों पर चुनिंदा रूप से ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

इस नीलामी में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया (वीआईएल) उच्च गति मोबाइल सेवा को समर्थन देने वाली रेडियो तरंगों के लिए होड़ में रहीं।

बोलियों का विस्तृत ब्योरा या दूरसंचार कंपनियों द्वारा व्यक्तिगत रूप से दी गई सटीक राशि अभी स्पष्ट नहीं है। आधिकारिक घोषणा होने के बाद ही इसका पता चल पाएगा।

दूरसंचार विभाग की ओर से पहले दिन की नीलामी के बारे में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बोलियां मुख्य रूप से 900 और 1,800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के बैंड में लगाई गई हैं। इसके अलावा तीन सर्किल में 2,100 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए भी बोलियां लगाई गईं।

भारती एयरटेल की छह सर्किल में स्पेक्ट्रम अवधि खत्म हो रही है जबकि वोडाफोन-आइडिया का दो सर्किल में स्पेक्ट्रम खत्म हो रहा है।

पिछली नीलामी 2022 में हुई थी जो सात दिन तक चली थी। उसमें 5जी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री हुई थी, जिसमें अरबपति मुकेश अंबानी की जियो शीर्ष बोलीदाता के रूप में उभरी थी। उसने सभी रेडिया तरंगों का करीब आधा हिस्सा (88,078 करोड़ रुपये मूल्य) हासिल किया था।

उस समय दूरसंचार दिग्गज सुनील मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाई थी, जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 18,799 करोड़ रुपये में स्पेक्ट्रम खरीदा था।

भाषा निहारिका अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)