मुंबई, सात नवंबर (भाषा) एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शिव नादर वित्त वर्ष 2023-24 में परोपकार के मामले में एक बार फिर देश के सबसे अमीर लोगों को पीछे छोड़ दिया है।
एडेलगिव-हुरुन इंडिया की परमार्थ सूची के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में परोपकारी कामों में में नादर की हिस्सेदारी पांच प्रतिशत बढ़कर 2,153 करोड़ रुपये हो गई। देश के सबसे अमीर भारतीय गौतम अदाणी के 330 करोड़ रुपये और दूसरे सबसे अमीर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी के 407 करोड़ रुपये की तुलना में यह राशि बहुत अधिक है।
इस सची में अंबानी दूसरे और अदाणी पांचवे स्थान पर हैं।
मोटर वाहन और फाइनेंस क्षेत्र में रुचि रखने वाले बजाज परिवार ने सालाना आधार पर 33 प्रतिशत अधिक 352 करोड़ रुपये परमार्थ कार्यों के लिए दिया और सूची में तीसरे स्थान पर जगह बनाई। कुमारमंगलम बिड़ला और उनका परिवार 334 करोड़ रुपये के कुल दान के साथ चौथे स्थान पर रहा, जो सालाना आधार पर 17 प्रतिशत की वृद्धि है।
हुरुन की अमीरों की सूची के अनुसार, कुल मिलाकर 203 ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने पांच करोड़ रुपये से अधिक परमार्थ कार्य पर खर्च किया। 1,539 लोगों की कुल संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये से अधिक थी और इस साल उनकी कुल संपत्ति में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
दिलचस्प बात यह है कि सूची में शामिल 203 दानदाताओं द्वारा दिया गया औसत दान 2023 की सूची में शामिल 119 दानदाताओं द्वारा दिए गए 71 करोड़ रुपये से घटकर 43 करोड़ रुपये रह गया है।
नादर 3.14 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ अमीरों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं, जबकि अदाणी की संपत्ति 11.6 लाख करोड़ रुपये और अंबानी की 10.14 लाख करोड़ रुपये है।
भाषा निहारिका अजय
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