बिकवाली के जोर से सेंसेक्स 1,190 अंक लुढ़का, निफ्टी में 361 अंक की गिरावट |

बिकवाली के जोर से सेंसेक्स 1,190 अंक लुढ़का, निफ्टी में 361 अंक की गिरावट

बिकवाली के जोर से सेंसेक्स 1,190 अंक लुढ़का, निफ्टी में 361 अंक की गिरावट

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Modified Date:  November 28, 2024 / 05:41 PM IST
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Published Date:  November 28, 2024 5:41 pm IST

मुंबई, 28 नवंबर (भाषा) वैश्विक बाजारों के मिले-जुले रुख के बीच घरेलू स्तर पर बृहस्पतिवार को कुछ दिग्गज कंपनियों के शेयरों में तगड़ी बिकवाली होने से जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 1,190 अंक लुढ़क गया जबकि निफ्टी में 361 अंक की गिरावट रही।

विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक स्तर पर बढ़ते तनाव के बीच इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक में भारी बिकवाली के चलते घरेलू बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,190.34 अंक यानी 1.48 प्रतिशत का गोता लगाते हुए 79,043.74 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,315.16 अंक गिरकर 78,918.92 पर भी आ गया था।

इस गिरावट की वजह से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 1.50 लाख करोड़ रुपये घटकर 442.98 लाख करोड़ रुपये रह गया।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 360.75 अंक यानी 1.49 प्रतिशत गिरकर 23,914.15 पर आ गया।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘सप्ताह की मजबूत शुरुआत के बाद घरेलू बाजारों में गिरावट का रुख रहा। ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से अमेरिकी बाजार में बिकवाली का जोर रहा जिससे सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और विवेकाधीन खर्च से जुड़े उपभोक्ता उत्पादों से जुड़े शेयरों में गिरावट आई।’

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, टाइटन, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज और पावर ग्रिड प्रमुख रूप से गिरावट के साथ बंद हुईं।

दूसरी तरफ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) लाभ में रहने वाला एकमात्र शेयर रहा।

इस बीच विवादों में घिरे अदाणी समूह की पांच कंपनियों के शेयर तेजी के साथ बंद हुए। अदाणी टोटल गैस में करीब 16 प्रतिशत की तेजी रही जबकि अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस 10 प्रतिशत, अदाणी ग्रीन एनर्जी 10 प्रतिशत और अदाणी एंटरप्राइजेज 1.63 प्रतिशत चढ़ गए।

छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मालकैप सूचकांक 0.41 प्रतिशत की बढ़त पर रहा जबकि मिडकैप सूचकांक में 0.06 प्रतिशत की गिरावट रही।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में शोध प्रमुख (संपत्ति प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘वायदा एवं विकल्प सौदों के मासिक निपटान और कमजोर वैश्विक संकेतों से निफ्टी 1.49 प्रतिशत गिर गया। रूस-यूक्रेन संघर्ष तेज होने और अमेरिकी ब्याज दर पर अनिश्चितता ने भी धारणा पर असर डाला।’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की बढ़त पर रहे जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए।

यूरोप के ज्यादातर बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार प्रौद्योगिकी कंपनियों में बिकवाली के असर में गिरावट के साथ बंद हुए थे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 7.78 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शु्द्ध खरीदारी की।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत बढ़कर 73.18 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 230.02 अंक चढ़कर 80,234.08 और एनएसई निफ्टी 80.40 अंक बढ़कर 24,274.90 पर रहा था।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)