मुंबई, 26 सितंबर (भाषा) सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने बृहस्पतिवार को कहा कि बाजार नियामक को इक्विटी शेयर खंड की तरह बॉन्ड बाजार में तेजी आने की उम्मीद है। इसका कारण क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का बढ़ता उपयोग और पारदर्शिता है।
बुच ने यहां उद्योग संगठन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्राथमिक बाजार में कॉरपोरेट बॉन्ड को लेकर गतिविधियां मजबूत हैं और वित्त वर्ष 2023-24 में 8.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के बॉन्ड जारी किये गये। लेकिन दूसरी तरफ बॉन्ड खरीद-बिक्री बाजार (द्वितीयक बाजार) में गतिविधियां कम है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जिस तरीके से पारदर्शिता और प्रौद्योगिकी आई है, निश्चित रूप से बॉन्ड बाजार में वैसी ही तेजी आएगी जैसा कि हमने हमने इक्विटी बाजार में देखी है।’’
बुच ने कहा कि कॉरपोरेट बॉन्ड पर हाल ही में शुरू की गई रेपो सुविधा में मासिक मात्रा 20,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है।
उन्होंने कहा कि सेबी कुछ प्रस्तावों पर रिजर्व बैंक से मंजूरी का इंतजार कर रहा है और उसके बाद कॉरपोरेट रेपो गतिविधि बढ़ने का भरोसा है। हालांकि उन्होंने इस बारे में और कुछ नहीं बताया।
बुच ने कहा, कॉरपोरेट रेपो के अलावा, कॉरपोरेट बॉन्ड के लिए बनाए गए मंच द्वितीयक बाजार गतिविधि बढ़ाने में भी मदद करेंगे। इस पहल का उद्देश्य निवेश को लोकतांत्रिक बनाना है।
उन्होंने इक्विटी आईपीओ का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा कोई आवेदन नहीं है जो तीन महीने से अधिक समय से लंबित हो।
भाषा
रमण अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)