एसबीआई की छोटे उद्यमों के लिए तत्काल ऋण योजना के तहत सीमा बढ़ाने की योजना |

एसबीआई की छोटे उद्यमों के लिए तत्काल ऋण योजना के तहत सीमा बढ़ाने की योजना

एसबीआई की छोटे उद्यमों के लिए तत्काल ऋण योजना के तहत सीमा बढ़ाने की योजना

:   Modified Date:  October 13, 2024 / 03:01 PM IST, Published Date : October 13, 2024/3:01 pm IST

नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) एमएसएमई क्षेत्र को आसानी से पर्याप्त कर्ज उपलब्ध कराने के लिए तत्काल ऋण योजना के तहत कर्ज सीमा को मौजूदा पांच करोड़ रुपये से बढ़ाने की योजना बना रहा है।

‘एमएसएमई सहज’ ‘डिजिटल इनवॉयस’ वित्त पोषण योजना है। इसके तहत बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के 15 मिनट के भीतर ऋण के लिए आवेदन करने, दस्तावेज उपलब्ध कराने और स्वीकृत ऋण को जारी करने की सुविधा दी जाती है।

एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ”हमने पिछले साल पांच करोड़ रुपये तक की ऋण सीमा के लिए एक डेटा आधारित मूल्यांकन शुरू किया था। हमारी एमएसएमई शाखा में आने वाले किसी भी व्यक्ति को केवल अपना पैन और जीएसटी आंकड़ों तक पहुंच की अनुमति देनी होगी। हम 15-45 मिनट में मंजूरी दे सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि बैंक एमएसएमई ऋण के सरलीकरण पर जोर दे रहा है। इससे गिरवी रखने की जरूरत कम हो जाती है, और बहुत से लोग संगठित एमएसएमई उधार प्रणाली में आ सकेंगे।

शेट्टी ने कहा, ”अभी भी बड़ी संख्या में एमएसएमई ग्राहक हैं, जो असंगठित क्षेत्र से ऋण ले रहे हैं। हम उन्हें बैंक के दायरे में लाना चाहेंगे।”

​​नेटवर्क विस्तार के सवाल पर शेट्टी ने कहा कि एसबीआई चालू वित्त वर्ष में देश भर में 600 शाखाएं खोलने की योजना बना रहा है। मार्च 2024 तक एसबीआई के पास देश भर में 22,542 शाखाओं का नेटवर्क था।

उन्होंने कहा, ”हमारे पास शाखा विस्तार की मजबूत योजनाएं हैं… यह मुख्य रूप से उभरते क्षेत्रों पर केंद्रित होगी। बहुत सी आवासीय कॉलोनियों तक हम नहीं पहुंचे हैं। हम चालू वर्ष में लगभग 600 शाखाएं खोलने की योजना बना रहे हैं।”

एक विशाल शाखा नेटवर्क के अलावा, एसबीआई 65,000 एटीएम और 85,000 बैंक प्रतिनिधि के जरिये अपने ग्राहकों को सेवाएं देता है।

उन्होंने कहा, ”हम लगभग 50 करोड़ ग्राहकों की सेवा करते हैं और हमें यह कहते हुए गर्व है कि हम हर भारतीय और हर भारतीय परिवार के बैंकर हैं।”

शेट्टी ने कहा कि उनका प्रयास एसबीआई को न केवल शेयरधारकों के लिए, बल्कि प्रत्येक संबंधित पक्षों के लिए सर्वश्रेष्ठ और सबसे मूल्यवान बैंक में बदलने का है।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)