नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) भारतीय रुपये (आईएनआर) का मूल्य बाजार द्वारा निर्धारित होता है, जिसका कोई लक्ष्य या विशिष्ट स्तर या मूल्य दायरा नहीं होता। संसद को मंगलवार को यह जानकारी दी गयी।
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘विभिन्न घरेलू और वैश्विक कारक रुपये की विनिमय दर को प्रभावित करते हैं, जैसे कि डॉलर इंडेक्स की चाल, पूंजी प्रवाह का रुझान, ब्याज दर का स्तर, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और चालू खाते का घाटा (कैड) आदि।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक दुनियाभर में होने वाले प्रमुख घटनाक्रमों पर नज़र रखता है, जिनका डॉलर-रुपये की विनिमय दर पर प्रभाव पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि अन्य बातों के अलावा केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीति कार्रवाई, दुनियाभर में प्रमुख आर्थिक आंकड़े और उनका प्रभाव, ओपेक प्लस की बैठक के निर्णय, भू-राजनीतिक घटनाक्रम और उनका विश्लेषण जी-10 और ईएमई मुद्राओं में दैनिक चाल आदि विनिमय दर निर्धारित करने में महत्वपूर्ण हैं।
रिजर्व बैंक, विदेशी मुद्रा बाजार को उसके व्यवस्थित कामकाज और विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से नियंत्रित करता है और केवल भारतीय रुपये में अनावश्यक अस्थिरता को रोकने के लिए हस्तक्षेप करता है।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कमजोर मांग के कारण जिंक वायदा कीमतों में गिरावट
28 mins ago