मुंबई, 14 अक्टूबर (भाषा) मजबूत घरेलू शेयर बाजार के समर्थन से अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबर गया और कारोबार के अंत में पांच पैसे की तेजी के साथ 84.05 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि मजबूत अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण रुपये पर दबाव रहा।
उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप और रिकॉर्ड उच्च मुद्रा भंडार के कारण रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.06 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 84.05 से लेकर 84.07 प्रति डॉलर के दायरे में रहने के बाद अंत में पांच पैसे की तेजी के साथ 84.05 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
शुक्रवार को रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ 84.10 रुपये प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि विदेशी कोषों की निकासी और पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक अनिश्चितता के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। अमेरिकी डॉलर में समग्र मजबूती रुपये पर और दबाव डाल सकती है।’’
चौधरी ने कहा कि हालांकि, घरेलू बाजारों में सकारात्मक रुख से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है। व्यापारी इस सप्ताह अमेरिका से खुदरा बिक्री और आवास आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं। डॉलर:रुपया हाजिर मूल्य 83.90 रुपये से 84.30 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत बढ़कर 102.97 हो गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 2.51 प्रतिशत घटकर 77.06 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसक्स 591.69 अंक बढ़कर 81,973.05 अंक पर और एनएसई निफ्टी 163.70 अंक बढ़कर 25,127.95 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने सोमवार को शुद्ध रूप से 3,731.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय
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