मुंबई, 20 मार्च (भाषा) घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के रुख के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को रुपये में मजबूती कायम रही और यह एक पैसे की बढ़त के साथ 86.36 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि भारतीय रुपये ने बाहरी दबाव के मुकाबले अपना जुझारूपन दिखाया है। इस बॉन्ड बाजार में विदेशी प्रवाह से समर्थन मिल रहा है।
हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों की निरंतर बिकवाली के कारण जोखिम बना हुआ है, और डोनाल्ड ट्रंप के शुल्क को लेकर अनिश्चितता रुपये के लिए चुनौतियां पैदा कर सकती है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 86.39 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान दिन के उच्चस्तर 86.20 तथा निचले स्तर 86.41 प्रति डॉलर को छू गया। यह अंत में 86.36 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की तेजी है।
रुपया बुधवार को 19 पैसे की तेजी के साथ 86.37 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
यह लगातार पांचवां सत्र है जबकि रुपया लाभ में रहा है। इन पांच सत्रों में रुपया 87 पैसे मजबूत हुआ है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि मुद्रास्फीति स्थिर बनी रहती है तो अमेरिकी केंद्रीय बैंक दरें ऊंची रखने के लिए तैयार है और सतर्क रुख से पता चलता है कि दरों में कटौती की संभावना तो है, लेकिन यह आंकड़ों पर निर्भर रहेगा।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.46 प्रतिशत बढ़कर 103.90 हो गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.10 प्रतिशत बढ़कर 70.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 899.01 अंक बढ़कर 76,348.06 अंक पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 283.05 अंक बढ़कर 23,190.65 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 1,096.50 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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