मुंबई, 17 जनवरी (भाषा) अंतर्बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को एक पैसे की गिरावट के साथ 86.62 (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशी कोष की भारी निकासी और घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि मजबूत अमेरिकी मुद्रा और कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से भी घरेलू मुद्रा पर दबाव पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.60 पर खुला। सत्र के दौरान 86.55 के उच्चतम स्तर और 86.62 के निम्नतम स्तर के बीच सीमित रहा और अंत में डॉलर के मुकाबले 86.62 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर से एक पैसा कम है।
इससे पहले, बृहस्पतिवार को रुपया 21 पैसे की गिरावट के साथ 86.61 डॉलर पर बंद हुआ था। मंगलवार और बुधवार को लगातार दो सत्रों में रुपया 30 पैसे मजबूत हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजार में नकारात्मक रुख और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण रुपया कमजोर हुआ।
उन्होंने कहा, “आयातकों की मांग भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा डॉलर की बिक्री से रुपये को निचले स्तरों पर समर्थन मिल सकता है। व्यापारी अमेरिका से औद्योगिक उत्पादन और आवास बाजार के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं।”
उन्होंने अनुमान लगाया कि डॉलर-रुपया का हाजिर मूल्य 86.55 से 86.95 के बीच रहेगा।
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला सूचकांक 0.09 प्रतिशत बढ़कर 108.91 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.36 प्रतिशत बढ़कर 81.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 423.49 अंक टूटकर 76,619.33 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 108.60 अंक गिरकर 23,203.20 अंक पर आ गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 4,341.95 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
भाषा अनुराग रमण
रमण
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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