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मुंबई, 27 नवंबर (भाषा) अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता तथा कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के बीच रुपया बुधवार को 15 पैसे की भारी गिरावट के साथ 84.44 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि हालांकि, घरेलू शेयर बाजारों के मजबूत रुख, एफआईआई निवेश तथा प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर रुख से स्थानीय मुद्रा को निचले स्तर पर समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.38 प्रति डॉलर पर खुला और फिर दिन में कारोबार में दौरान 84.48 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। अंत में यह 84.44 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 15 पैसे की गिरावट है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.29 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.51 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 73.21 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
इस बीच, बीएसई सेंसेक्स 230.02 अंक की बढ़त के साथ 80,234.08 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 80.40 अंक चढ़कर 24,274.90 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को शुद्ध लिवाल रहे थे और उन्होंने 1,157.70 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा निहारिका अजय
अजय
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