पहली तिमाही के कठिन दौर के बाद रेस्तरां क्षेत्र में सुधार की उम्मीद |

पहली तिमाही के कठिन दौर के बाद रेस्तरां क्षेत्र में सुधार की उम्मीद

पहली तिमाही के कठिन दौर के बाद रेस्तरां क्षेत्र में सुधार की उम्मीद

:   Modified Date:  September 1, 2024 / 03:14 PM IST, Published Date : September 1, 2024/3:14 pm IST

नयी दिल्ली, एक सितंबर (भाषा) स्पेशियलिटी रेस्टोरेंट्स लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अंजनमॉय चटर्जी ने कहा है कि रेस्तरां उद्योग को अप्रैल-जून तिमाही में खाने के सामान की ऊंची महंगाई और लोगों द्वारा बाहर कम खाने-पीने जैसी अस्थायी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि लेकिन भारत के समग्र मजबूत बुनियाद के कारण रेस्तरां उद्योग में अब सुधार की उम्मीद है।

कंपनी मेनलैंड चाइना, एशिया किचन बाय मेनलैंड चाइना, एपिसोड वन, हाका और स्वीट बंगाल जैसे कई ब्रांड की मालिक है। कंपनी ने कोविड महामारी के दौरान 29 रेस्तरां बंद कर दिए थे और अब अपना विस्तार करते हुए लाभदायक वृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

चटर्जी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “यह स्पष्ट होना चाहिए कि भारत में बाहर खाना न खाना या मुद्रास्फीति का कम न होना ऐसी बात है जिस पर मैं विश्वास नहीं करता। भारत कई अन्य देशों से बेहतर है…।”

वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि उच्च खाद्य मुद्रास्फीति और कोविड महामारी के बाद ‘रिवेंज ईटिंग’ में कमी आने के बाद लोगों द्वारा बाहर कम खाना खाने जैसे कारक कब तक रेस्तरां उद्योग को प्रभावित करते रहेंगे।

उन्होंने कहा, “यह अल्पकालिक घटना है। खाद्य मुद्रास्फीति में कमी आने पर यह स्थिति ठीक हो जाएगी।’ हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह रोजगार सृजन और खर्च योग्य आय में वृद्धि पर भी निर्भर करेगा।

चटर्जी ने कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि इसमें सुधार आएगा।”

उन्होंने हालांकि कहा कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में क्यूएसआर और फाइन डाइनिंग से लेकर कैजुअल डाइनिंग तक के क्षेत्र की कंपनियों के लिए चीजें बहुत अच्छी नहीं रही हैं, क्योंकि ‘रिवेंज ईटिंग’ में कमी आई है, जबकि खाद्य मुद्रास्फीति के साथ-साथ सस्ती असंगठित कंपनियों से प्रतिस्पर्धा ने भी इसमें भूमिका निभाई है।

कंपनी की विस्तार योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हम नियंत्रित, लाभप्रद वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं, जो जानबूझकर मौजूदा स्टोरों को खत्म किए बिना भौगोलिक विस्तार के साथ किया जा रहा है।’

भाषा अनुराग रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)